मलाइका अरोरा ने लिखा, आप बहुत खुशकिस्मत हैं, आपके लिए बहुत आसान रहा होगा, ये मैं अक्सर सुनती हूं। जी हां, मैं जीवन में कई चीजों के लिए आभारी हूं। लेकिन इसमें किस्मत का बहुत छोटा रोल होता है। और आसानी? ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। मैं 5 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव हुई और यह बहुत बुरा था। जो भी कोविड रिकवरी को आसान कहते है वह या तो खुशकिस्मती से बहुत अच्छी इम्यूनिटी वाला है या फिर कोविड के संघर्षों से वाकिफ नहीं। मैं इससे गुजरी हूं और यह बिल्कुल भी आसान नहीं था।
मलाइका ने लिखा, कोरोना ने शारीरिक रूप से मुझे तोड़कर रख दिया था। दो कदम चलना बेहद मुश्किल काम लगता था। उठना, बस अपने बिस्तर से उठना या खिड़की पर खड़े होना एक जर्नी जैसा था। मेरा वजन बढ़ गया था और कमजोर महसूस कर हो रहा था। मेरा स्टैमिना खत्म हो गया था। मैं अपने परिवार और बाकी चीजों से दूर थी।
26 सितंबर को फाइनली मेरा टेस्ट नेगेटिव आया और मैं बहुत ग्रेटफुल थी कि आखिर मैंने कर दिखाया। लेकिन वीकनेस बनी रही। मैं निराश थी कि मेरा शरीर वैसे सपोर्ट नहीं कर रहा जैसे मेरा दिमाग फील कर रहा था। मुझे डर था कि मुझे कभी ताकत वापस नहीं मिलेगी। मैं सोचती थी कि 24 घंटे में एक एक्टिविटी खत्म भी कर पाऊंगी या नहीं।
मेरा पहला वर्कआउट बहुत खतरनाक था। मैं कुछ भी ठीक से नहीं कर पाई। मैं टूट गई थी लेकिन दूसरे दिन मैंने वापसी की और खुद से कहा, मैं खुद को बनाने वाली हूं। इसके बाद तीसरा, चौथा और पांचवा दिन और आगे भी। मुझे नेगेटिव हुए 32 हफ्ते हो गए हैं। मैं फाइनली पहले जैसा फील करने लगी हूं।
मलाइका ने लिखा, चार अक्षरों के शब्द जिसने मुझे पुश किया, वो था HOPE। एक आशा कि सब ठीक हो जाएगा, जबकि मुझे फील हो रहा था कि कुछ ठीक नहीं है। इसके साथ ही मलाइका ने उनका साथ देने वालों का शुक्रिया अदा किया है और दुनिया के जल्द रिकवर होने की प्रार्थना की है।