विमान दुर्घटनास्थल से महेश जीरावाला का जला हुआ स्कूटर बरामद किया गया था, जिससे शक पैदा हुआ था कि वह इसकी चपेट में आ गए हैं। उनके मोबइल की आखिरी लोकेशन भी दुर्घटनास्थल पर ही थी, इसके बाद से महेश का फोन बंद था।
महेश जीरावाला की फैमिली इस खबर को मानने के लिए तैयार नहीं थी कि उनकी मौत हो चुकी हैं। शुरू में वे शव लेने को भी तैयान नही थे। जब पुलिस ने एक्टिवा के चेसिस नंबर और डीएनए रिपोर्ट सहित मजबूत सबूत पेश किए, तो परिवार टूट गया।