अब पायल के निधन के बाद डिकी सिन्हा ने अपना पक्ष रखा है और कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। एक इंटरव्यू में मौसमी चटर्जी के दामाद ने कहा, 'मुझे मेरी पत्नी से कोई प्रॉब्लम नहीं थी। मेरी पत्नी आखिरी सांस तक मेरे साथ थी। मुझपर लापरवाही का इलजाम लगाकर केस किया गया था वह केस भी मैंने जीत लिया था।'
उन्होंने आगे कहा, ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने पायल की बीमारी को एक मुद्दा बना दिया था। जबकि पायल की देखभाल को लेकर कुछ सेलीब्रिटीज ने मेरी प्रशंसा भी की थी। मौसमी चटर्जी की तरफ से ही लड़ाई शुरू हुई थी जिसने सार्वजनिक रूप ले लिया था।
डिक्की ने बताया, पायल लगभग ढाई साल से कोमा में थी, लेकिन फिर उसकी हालात सुधरने लगी थी। हालांकि बाद में, उसकी नेफ्रो प्रणाली ने कई जटिलताओं को जन्म दिया। इस पूरी बीमारी के दौरान, उसका दो बार ऑपरेशन किया गया और एक बार मस्तिष्क की सर्जरी भी की गई थी।
उन्होंने कहा, पिछले 2 महीने से पायल अस्पताल में भर्ती थी, लेकिन मौसमी सिर्फ 5-5 मिनट के लिए सिर्फ 5 बार ही अस्पताल आईं। मेरे पास रिकॉर्डिंग है। मैंने कभी भी उन्हें पायल से मिलने के लिए मना नहीं किया।