एक इंटरव्यू के दौरान मुमताज ने कहा, मैं इरिटेबल बाउल सिंड्रोम एंड कॉलिटिस से पीड़ित हूं। यह एक तरह का डायरिया का हमला था, जो दवाईया लेने से भी ठीक नहीं होता है और यहीं वजह है कि मुझे अस्पताल में एडमिट होना पड़ा। अस्पताल में भी ठीक होने में काफी वक्त लगा।
मुमताज ने अस्पताल में गुजारे दिनों को याद करते कहा कि वो दिन आसान नहीं थे। उनकी स्कीन काफी नाजुक है और मुझे एक हफ्ते तक ड्रिप पर ही रखा गया था। ड्रिप केवल मेरे दाहिने हाथ में ही लगाई जा सकती थी, मेरा बाएं हाथ इसके लिए यूज नहीं किया जा सकता था, क्योंकि 25 साल पहले ब्रेस्ट कैंसर हुआ था तब मेरे लिम्फ नोड्स को हटा दिया गया था।