नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार को फिल्म ‘रूस्तम’ में एक देशभक्त नौसैनिक की भूमिका को बेहतरीन तरीके से निभाने के लिए 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, मराठी फिल्म ‘कासव’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म जबकि सुरभि सी एम को मलयालम फिल्म ‘मिन्नामिनुन्गू - द फायरफ्लाई’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सिर्फ हिन्दी ही नहीं बल्कि तमिल, तेलगू, बांग्ला और मराठी भाषाओं की फिल्मों को भी चुना जाता है। इस वर्ष की घोषणा में हिन्दी फिल्मों ‘पिंक, ‘नीरजा’ और ‘दंगल’ को कई पुरस्कार मिले हैं। अक्षय का यह पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। वर्ष 1959 के नानावटी हत्या कांड से प्रेरित इस फिल्म में अक्षय ने एक देशभक्त नौसैनिक का किरदार निभाया है। फिल्म के निर्देशक टीनू सुरेश देसाई हैं। अक्षय ने ट्विटर पर एक वीडियो के जरिए पुरस्कार के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ साझा किए गए वीडियो में कहा, ‘इस समय धन्यवाद बेहद छोटा शब्द है लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि अपनी भावनाओं को कैसे व्यक्त करूं.. रूस्तम बेहद खास किरदार था। भारतीय नौसेना की वर्दी पहनना ही एक बड़ा सम्मान है, भले ही यह केवल एक किरदार के लिए हो।’
किसी कार्यक्रम में लिए मस्कट गई सुरभि ने कहा, ‘मैंने सोचा नहीं था कि यह पुरस्कार मिलेगा। मुझे लगा था सिर्फ ज्यूरी वाली श्रेणी में नाम रहेगा। मैं बहुत खुश और आश्चर्यचकित हूं।’ सुनिल सुथानंकर और सुमित्रा भावे की फिल्म ‘कासव’ को साल का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के साथ ही मराठी सिनेमा ने बड़ी वापसी की है। यह सिनेमा अवसाद और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे से जुड़ी है।
फिल्म के सह-निर्देशक सुनिल सुथानंकर ने कहा, ‘कासव’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार के लिए चुना गया है जो कि बेहतरीन बात है लेकिन खुशी का दूसरा बड़ा कारण फिल्म का अवसाद पर आधारित होना है। इससे मराठी सिनेमा को निश्चित तौर पर बढ़ावा मिलेगा। यह हमारे लिए गौरव का पल है।’
फिल्म ‘पैडमैन’ के लिए अक्षय के साथ शूटिंग कर रही सोनम कपूर का कहना है कि यह दोहरे जश्न का मौका है। अभिनेत्री सोनम कपूर की फिल्म ‘नीरजा’ को हिंदी फिल्मों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार मिला है। राम माधवानी निर्देशित इस फिल्म में 1986 की हाईजैकिंग घटना को दिखाया गया है। उस दौरान विमान में मौजूद परिचारिका नीरजा भनोट यात्रियों की रक्षा करते हुए आतंकवादियों की हाथों मारी गई थीं।
माधवानी ने कहा, ‘यह बहुत बड़ा सम्मान है। यह नीरजा भनोट और उनके परिवार को समर्पित।’ अमिताभ बच्चन अभिनीत महिला केंद्रित फिल्म ‘पिंक’ को सामाजिक मुद्दों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया है। निर्माता शुजीत सरकार ने यह पुरस्कार अपनी टीम और अमिताभ बच्चन को समर्पित करते हुए कहा कि उनके सहयोग के बिना इस महिला आधारित फिल्म को बनाना संभव नहीं हो पाता।
आमिर खान अभिनीत ‘दंगल’ के लिए कश्मीरी अभिनेत्री जायरा वसीम को सर्वश्रेष्ठ सह-कलाकार चुना गया है। फिल्म में उन्होंने गीता फोगट के बचपन का किरदार निभाया था। नागेश कूकनूर की फिल्म ‘धनक’ को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म चुना गया है।
अक्षय के साथ कई बार काम कर चुके फिल्म निर्माता प्रियदर्शन की अध्यक्षता वाली ज्यूरी ने अजय देवगन की ‘‘शिवाय’’ को सर्वश्रेष्ठ स्पेशल ईफेक्ट के लिए चुना है।
‘कासव’ के अलावा, राजेश मापुस्कर को उनकी मराठी फिल्म ‘वेंटिलेटर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक चुना गया। ‘वेंटिलेटर’ की निर्माता प्रियंका चोपड़ा और उनकी मां मधु चोपड़ा हैं। इस फिल्म को कुल तीन पुरस्कार मिले हैं। इसे सर्वश्रेष्ठ संपादन और सर्वश्रेष्ठ फाइनल मिक्सड ट्रैक के पुरस्कार के लिए भी चुना गया है।
मापुस्कर ने कहा, ‘मुझे प्रसन्नता है कि वेंटिलेटर को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। यह मेरी पहली मराठी फिल्म है और हमें इतने पुरस्कार मिले हैं। यह बहुत खास है.. पुरस्कार मराठी सिनेमा को बढ़ावा देता है। यह गौरव का पल है।’ ‘दशक्रिया’ को सर्वश्रेष्ठ अनुकूलित पटकथा के साथ ही सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म भी चुना गया है। इसके अभिनेता मनोज जोशी को सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेता चुना गया है।
मलयाली फिल्म ‘महेशिन्ते प्रतिकूरम’ को सर्वश्रेष्ठ मौलिक पठकथा के लिए जबकि तेलगू फिल्म ‘पेली चुपलु’ को सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए पुरस्कृत किया गया है।
विशेष ज्यूरी पुरस्कार मलयाली फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता मोहनलाल को उनकी फिल्मों ‘पुलिमुरूगन’, ‘जनता गरागे’ और ‘मुनतिरिवाल्लीकल तालिक्करुम्बोल’ के लिए दिया गया। राष्ट्रीय एकीकरण पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म पुरस्कार के नरगिस दत्त पुरस्कार के लिए असमीया फिल्म ‘ढिक्चो बनत पलाष’ को चुना गया है। वहीं पूर्ण मनोरंजन करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार तेगलू फिल्म ‘सतमनाम भवति’ को दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ नवोदित फिल्म निर्देशक के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार बांग्ला फिल्म ‘अलिफा’ के निर्देशक दीप चौधरी को मिला। तमिल फिल्म ‘24’ को सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी और प्रोडक्शन डिजाइन का पुरस्कार मिला। पार्श्व गायकों की श्रेणी में तमिल फिल्म ‘जोकर’ के गीत ‘जैसमिन ई’ के लिए गायक सुन्दरय्यार को सर्वश्रेष्ठ पुरूष गायक जबकि बांग्ला फिल्म ‘प्राक्तन’ के गीत ‘तुमी जाके’ के लिए इमान चक्रवर्ती को सर्वश्रेष्ठ महिला गायिका चुना गया।
बाबु पद्मनाभ को कन्नड़ फिल्म ‘अल्लामा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का पुरस्कार दिया गया जबकि सर्वश्रेष्ठ गीतकार की श्रेणी में दो लोगों.. तमिल फिल्म ‘धर्मा दुर्रई’ के गीत ‘एन्ता पक्कम’ के लिए वैरामुतु और ‘प्रात्कर’ के गीत ‘तुमी जाके भालो बाशो’ के लिए अनुपम रॉय को पुरस्कार दिया गया है। ‘अल्लामा’ को सर्वश्रेष्ठ मेकअप का भी पुरस्कार मिला है।
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार संयुक्त रूप से अधीश प्रवीण, नूर इस्लाम, सैम्यूअल आलम और मनोहर के. को दिया गया है। सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर का पुरस्कार मराठी फिल्म ‘साईकिल’ के लिए सचिन को मिला।
‘पुलीमुरूगन’ के लिए पीटर हेईन को सर्वश्रेष्ठ स्टंट निर्देशक जबकि ‘कादु पूकुन्ना नेरम’ के लिए जयदेवन को सर्वश्रेष्ठ साउंड डिजाइनर का पुरस्कार दिया गया है। वहीं राजू सुन्दरम को तेलगू फिल्म ‘जनता गरागे’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नृत्य निर्देशक का पुरस्कार दिया गया।
‘महायोद्धा राम’ को सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म का पुरस्कार मिला जबकि ‘लोकतक लैरेम्बी’ को पर्यावरण संरक्षण की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला। हिन्दी फिल्मों ‘कड़वी हवा’ और ‘मुक्ती भवन’ को विशेष सम्मान मिला। आज घोषित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार तीन मई को आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी प्रदान करेंगे। (भाषा)
#NationalFilmAwards : Best Actor for Rustom,countless emotions,very hard to express my gratitude right now but still tried,a big THANK YOU