नीना गुप्ता ने सोनाली बेन्द्रे के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए इस बात से पर्दा उठाया है। नीना गुप्ता ने कहा कि भले ही उनके पास शादी के प्रस्ताव थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ इसके लिए समझौता नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने सिंगल मदर के रूप में अपनी बेटी मसाबा गुप्ता की परवरिश की।
नीना ने कहा, मैं खुद पर गर्व महसूस करती थी। मैं कहती थी कि नाम पाने या पैसों के लिए मैं शादी नहीं करूंगी। जैसा कि वो गे वाला किस्सा, मुझे शादी का ऑफर किया गया था यह कहकर कि मुझे नाम मिलेगा और मैं शादी के बाद भी जो चाहे वो कर सकती हूं। मैं वैसा कभी नहीं करती।
नीना ने यह भी स्वीकार किया कि उस समय किसी और से शादी नहीं करने के उनके फैसले में सर विवियन रिचर्ड्स का भी रोल था। उन्होंने कहा, मैं अभी भी विवियन से जुड़ी हुई हूं, हालांकि हम बहुत कम ही मिले थे। लेकिन काफी सालों से एक जुड़ाव थ। मसाबा से भी संबंध थे। हम कभी-कभी साथ में छुट्टियां मनाने जाते थे और मसाबा ने जो भी समय उसके साथ बिताया या मैंने उसके साथ बिताया वह बहुत अच्छा था।
बता दें कि नीना गुप्ता ने अपनी किताब में खुलासा किया है कि जब वह बिना शादी के विवियन रिचर्ड्स के बच्चे की मां बनने वाली थीं तब उनके दोस्त ने उन्हें 'गे' शख्स से शादी कर लेने की सलाह दी थी। वह एक बैंकर था। वह शख्स बस इसलिए उनसे शादी करना चाहता था ताकि वह उन्हें सामाजिक दबाव से बचा सके। लेकिन उस शख्स की यह शर्त थी कि शादी के बाद भी उनका नीता और उनकी बेटी से कोई मतलब नहीं रहेगा।
नीना गुप्ता ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में इस बात का भी खुलासा किया है कि जब वो प्रेग्नेंट थीं तब उनके दोस्त और फिल्म निर्माता सतीश कौशिक ने उन्हे शादी के लिए प्रपोज किया था। सतीश कौशिक ने नीना से कहा था कि, अगर उनका बच्चा डार्क स्किन का होता है तो वह कह सकती हैं कि यह उनका बच्चा है और दोनों शादी कर लेंगे।