इमरान हाशमी ने कहा, एक वक्त था जब मैं (सीरियल किसर टैग) चिढ़ने लगा था। मैं चाहता था कि लोग मुझे थोड़ा सीरियसली लें। मेरे करियर के बड़े हिस्से में 2003 से 2012 तक इस छवि को इस तरह निचोड़ा गया था कि वो एक लेबल बन गया था, वो मार्केटिंग में इस्तेमाल किया जाता था।
इमरान ने कहा, हर फिल्म में बिना वजह चीजें डाली जाती थीं। मीडिया में भी जब आता था तो मेरे नाम के आगे 'सीरियल किसर' टैग का इस्तेमाल किया जाता था। यह सब मैंने जो किया उसकी वजह से है। मैं इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहरा रहा हूं।
उन्होंने कहा, लेकिन होता क्या है, जब आप उस फेज से निकलते हैं जहां पर वो फिल्में चलती हैं, सारी चीज होती है, फिर आप अपने अगले फेज में जाना चाहते हैं। आप चाहते हैं कि एक एक्टर के तौर पर आपकों गंभीरता से लिया जाए। आप उन फिल्मों को करने की कोशिश करते हैं जहां पर वो अलग पहलू लोगों को नजर आए लेकिन उसको देखकर वो फिर से उसी टैग पर आ जाते हैं कि अच्छा इसमें तो ये नहीं था।
इमरान ने कहा, मैं कुछ नया पेश कर रहा हूं. मैं एक अभिनेता हूं। अलग-अलग किरदार निभाना मेरा काम है। आप फिर से वही सब क्यों देखना चाहते हैं? इस वजह से, मैं थोड़ा परेशान हो जाता था। लेकिन इसके अलावा, मैं इसे लेकर शांत हूं। मुझे इससे कोई खास परेशानी नहीं है।