गुजराती फिल्म चाल जीवी लैये जब ऋषि कपूर ने देखी तो उन्हें यह फिल्म इतनी पसंद आई कि वे इसका हिंदी रीमेक करने के लिए तैयार हो गए। यह पिता-पुत्र की कहानी है। बेटा दिन-रात काम करता रहता है। उसके पिता गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं। उनकी आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए पिता-पुत्र एक यात्रा पर जाते हैं। गुजराती में यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।