इस बारे में पुष्टि करते हुए डायरेक्टर ने बताया कि डॉ. वर्घीस कुरियन शानदार बिज़नसमैन, उदार और महान व्यक्तित्व थे। उन्हें डेयरी इंडस्ट्री का बहुत ज्ञान है। 1970 में डॉ. वर्घीस का ऑपरेशन बाढ़ भारत के सबसे बड़े कृषि विकास में से एक था। ऑपरेशन बाढ़ के बाद डेयरी उत्पादन और बिज़नस में भारी बदलाव भी आए। डॉ. वर्घीस ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्होंने 2005 में अपनी ऑटोबायोग्राफी 'आई टू हैड अ ड्रीम' लिखी थी। उन्हें मिल्कमैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है।
खबर यह भी है कि निर्माता एकता कपूर ने पहले ही फिल्म के राइट्स खरीद लिए थे। एकता कपूर ने भी कहा कि डॉ. वर्घीस कुरियन की कहानी बेहद प्रेरणादायक है। मैं उनकी कहानी पर फिल्म बनाने के लिए बहुत खुश हूं। इस फिल्म के कलाकार अभी तय नहीं हैं। आमिर खान को मिल्कमैन की भुमिका ऑफर की गई थी लेकिन कम समय के चलते वे इसमें काम नहीं कर पाएं।