सोनाली ने बताया कि शुरुआत में उन्हें मानोचिकित्सक की सहायता लेनी पड़ी थी। उन्होंने बताया कि वह कैंसर के लिए खुद को जिम्मेदार मानती थीं। सोनाली ने कहा, 'सब लोग कहते थे कि तुम्हारी लाइफस्टाइल ऐसी नहीं थी, फिर तुम्हें ये क्यों हुआ? मुझे लगा कि मैंने कुछ गलत किया है और यह मेरी वजह से ही हुआ है।'
सोनाली ने कहा कि इसके बाद मनोचिकित्सक के पास गईं और उन्हें बताया कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि उनके साथ क्या हो रहा है। सोनाली ने मनोचिकित्सक को बताया, 'मैं नेगेटिव इंसान नहीं हूं। मेरे विचार पॉजिटिव हैं। क्या मुझे कोई भ्रम है?'
सोनाली ने बताया कि इसके बाद मनोचिकित्सक ने जो कहा वह उन्हें हमेशा याद रहेगा। उन्होंने कहा, 'सोनाली, कैंसर जेनेटिक्स या वाइरस की वजह से होता है। यदि कैंसर विचारों से होता तो मैं सबसे अमीर आदमी होता क्योंकि मैं विचारों का मेरा पेशा है।' इसके बाद सोनाली को एहसास हुआ कि अगर किसी को कैंसर हुआ तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसने कुछ गलत किया है।