कोरोनावायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में लोगों की मदद करने के बाद सोनू सूद की एक अलग ही पहचान बन गई है। सोनू सूद को मजदूरों का मसीहा तक कहा जाने लगा है। हाल ही में सोनू सूद ने एक इंटरव्यू के दौरान फिल्म इंडस्ट्री की एकता को लेकर खुलकर बात की है। उनका कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में यूनिटी की बात की जाती है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।
साथ ही सोनू ने इंटरव्यू में ऐसे लोगों पर भी निशाना साधा है जो आए दिन फिल्म इंडस्ट्री को लेकर फालतू बयानबाजी करते रहते हैं। सोनू ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई बैरियर तो दिखते हैं लेकिन सबको जोड़ने वाली चेन कहीं गायब दिखती है। बॉलीवुड वाले वैसे तो यूनिटी की बात करते हैं। असलियत में ऐसा नहीं होता है।
सोनू ने कहा, यह वो इंडस्ट्री है जिसके लिए मैंने अपना घर, परिवार छोड़ा है। यह इंडस्ट्री वो है जो सपने पूरे करती है। अब जब लोग इस पर अंगुली उठाते हैं तो आप सोच सकते हैं कि यह हमें किस तरह से प्रभावित करता है। फिल्म इंडस्ट्री को अपने पुराने अनुभवों से सीखना चाहिए।
सोनू सूद ने बॉलीवुड में एकता की जरूरत बताते हुए कहा, हम सभी को एक बड़े परिवार के तौर पर सोचना होगा, लेकिन हम सभी को जोड़कर रखने वाली चेन गायब नजर आती हैं। लोग दूसरों से खुद को जोड़कर देख रहे हैं। कोई भी आपको सलाह देने या फिर सराहना करने नहीं आ रहा है। हर कोई परेशान लग रहा है।
वर्क फ्रंट की बात करें तो सोनू सूद के पास कई सारे प्रोजेक्ट हैं। इसमें अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर की फिल्म 'पृथ्वीराज' शामिल है। वहीं साउथ की फिल्मों में उनके पास आचार्य, थमिलरासन, अलुडू ऑदर्स जैसी फिल्में शामिल हैं।