तमन्ना ने कैप्शन में लिखा, काले रंग का सीक्विन गाउन और ग्रे रंग की टी-शर्ट भले ही दो अलग-अलग दुनियाओं से ताल्लुक रखते हों — लेकिन मेरे लिए, ऐसा लगता है जैसे इनका मिलन होना ही था। क्योंकि विरोधाभास, संघर्ष नहीं है। यहीं पर पुरुषत्व और स्त्रीत्व का सामंजस्य होता है।
उन्होंने लिखा, यह परतों में सजने की कला भी है — सिर्फ़ मैं क्या पहनती हूं, इसमें ही नहीं, बल्कि मैं कौन हूं, इसमें भी। कपड़े, गहने, पहचान — इनमें से किसी का भी एक जैसा होना ज़रूरी नहीं है। कैज़ुअल ग्लैमर कोई चलन नहीं है। यह मेरी भाषा है। और यह हमेशा परतों में सजता है।