सरिता जोशी ने बताया, रसिक दवे कमज़ोरी महसूस कर रहे थे। उन्हें रक्तचाप और गुर्दे की समस्या थी। वह डायलिसिस पर थे और बीते 15-20 दिनों से अस्पताल में थे। उन्हें हाल ही में घर लाया गया था और मैं उनसे मिली और वह मुझे देखकर मुस्कुराए, लेकिन शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।
रसिक दवे का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह परिवार के सदस्यों और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में किया गया। अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत 1982 में एक गुजराती फिल्म पुत्र वधू से की थी। हिंदी फिल्मों और टीवी शो में दवे निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म झूठी, महाभारत, संस्कार-धरोहर अपनों की के लिए प्रसिद्ध रहे।