इश्क में मरजावां: सीरियल में मुझे कई एक्शन सीन्स करने का मौका मिला - विशाल वशिष्ठ

रूना आशीष
बुधवार, 15 जुलाई 2020 (14:36 IST)
टीवी सीरियल 'इश्क में मरजावां' के नए एपिसोड शुरू हो चुके हैं। यह अपने सेकंड सीजन के साथ नए रंग रूप में लोगों के सामने आ रहा है। सीरियल में हेली शाह, विशाल वशिष्ठ और राहुल काम कर रहे हैं।

 
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए हेली कहती हैं कि मेरा रोल रिद्धिमा का है। रिद्धिमा एक ऐसी लड़की है जो बहुत ही सीधी-सादी है, फिजियोथेरेपिस्ट है। बड़ी मेहनत से आगे बढ़ी है। इसलिए भी मुझे यह रोल पसंद है क्योंकि इसमें वह एक अनाथ लड़की बनी है। उसकी जिंदगी में ख्वाहिश प्यार पाना है और जिस तरीके का वह प्यार पाना चाहती है, वह प्यार उसे विशाल से मिलता है। 

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उन्होंने कहा, विशाल का नाम कबीर है। और जब कभी एक बार कबीर उससे कहता है कि उसके प्यार की कीमत वह रिद्धिमा से चाहता है तो रिद्धिमा थोड़ा चौंक जरूर जाती है लेकिन लेकिन फिर वह यह काम कबीर के लिए कर देती है। कबीर चाहता है कि उसका सबसे बड़ा दुश्मन वंश रायसिंघानिया है और रिद्धिमा वंश की जिंदगी में शामिल हो जाए।

इश्क में मरजावां में काम करने के पहले विशाल वशिष्ठ को आप वीरा नाम की सीरियल में भी देख चुके हैं जहां पर वह मेन लीड के किरदार में नजर आए थे। विशाल का सीरियल के बारे में कहना यह है कि मेरा किरदार कबीर का है। कबीर को प्यार बहुत पसंद है और देश उससे भी ज्यादा पसंद है। और ऐसे में ही वह अपनी प्रेमिका ने दिमाग से अपने देश के नाम एक कुर्बानी मांग लेता है। 
 
मुझे रोल इसलिए पसंद है क्योंकि मुझे थ्रिलर बहुत पसंद है मैंने कई रोमांटिक फिल्में देखीं हैं। मुझे ऐसे किरदार तो पसंद आते हैं लेकिन जो सबसे ज्यादा मजेदार लगा इस रोल में वह यह था कि इसमें मुझे ना सिर्फ प्यार वाली भूमिका निभानी थी बल्कि अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने और अपने कर्तव्यों के लिए कुछ कर गुजरने का मौका भी मिल रहा था।
 
अपनी बातों को आगे जारी रखते हुए विशाल बताते हैं, इस सीरियल में मुझे कई एक्शन सीन्स करने का मौका मिला। मुझे अभी भी याद है। हम शूट के लिए गोवा गए थे और वह एक वन शॉट में लेने वाला सीन था। जहां पर मैं वंश के पीछे भागता हूं उसे पकड़ने के लिए। बहुत सारे उसके बॉडीगार्ड मुझे रोकते हैं। मुझे उन सभी बॉडीगार्ड को मारते हुए भी वंश को पकड़ने का काम दिया गया था और इस बीच कई नाव रखी गई थी तो मुझे एक बोट से दूसरी बोट पर कूदना था और हर हालत में वंश के पास पहुंचना था। 
 
 
मेरे जो एक्शन डायरेक्ट थे उन्होंने बहुत साफ तौर पर कहा था कि यह एक ही शॉर्ट पिक्चराइज होने वाला है अब कैसे करोगे तुम वह देख लो। ये मेरे लिए एक बड़ा चैलेंज था लेकिन फिर भी मैंने दो-तीन बार रिहर्सल की और फाइनल टेक दे दिया। एक टेक बहुत अच्छा हुआ। उसके बावजूद एक और टेक दिया ताकि कहीं कोई गड़बड़ी रह जाए तो दूसरा टेक इस्तेमाल कर सकते हैं।
 
दूसरा एक्शन सीन बहुत अच्छा था। वह भी मुझे जिंदगी भर तक याद रहेगा जिसमें मुझे वंश का पीछा करना था। चेजिंग सीन था जहां वंश कार में बैठा था और मैं बाइक पर था। उसकी कार में भी कई कैमरा लगाए गए थे। वही मेरे बाइक पर भी कैमरा लगाए गए थे तो मेरी बाइक का वजन बहुत बढ़ गया था और स्पीड मुझे बिल्कुल भी नहीं करनी थी। जो चेजिंग वाला सीन था, वह भी मैं कभी नहीं भूलूंगा दोनों ही सीन मजेदार रहे थे।
 
वंश रायसिंघानिया का रोल करने वाले राहुल सुधीर का कहना है कि यह रोल मुझे बहुत पसंद आया। इस रोल को जब आप देखेंगे तो आपको सिर्फ एक ही शब्द याद आएगा डर। मुझे मेरी फैमिली बहुत पसंद है और मैं हर काम बड़ी ईमानदारी से करता हूं। भले ही वह काम गैरकानूनी ही क्यों ना हो? मैं जब-जब भी कैमरा पर आता हूं आसपास डर का माहौल पैदा कर देता हूं। इस किरदार के लिए मैंने क्या मेहनत की तो यह कह सकता हूं कि मैंने सबसे ज्यादा काम अपनी आवाज पर किया और इतना किया किया कभी कभी मुझे खुद को याद नहीं आता कि मेरी असली आवाज कैसी थी।
 

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