इस फिल्म के बारे में बात करते हुए विद्या बालन ने कहा कि इसकी कहानी मुझे बहुत प्रभावित की। फिल्म ने धीरे धीरे एक मां अपने बेटे को कहानियों के ज़रिए समाज की कुरीतियों के बारे में समझाएगी। इसी के साथ ये Parenting के अलग नियम और तरीकों पर भी बात करेगी। हम सब एक पुरूष प्रधान सोच का हिस्सा हैं और ये फिल्म उसी सोच को तोड़ेगी।