वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने आज 2010-11 के दौरान राजकोषीय घाटा, सकल घरेलू उत्पाद का 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया।
उन्होंने लोकसभा में 2010-11 का बजट पेश करते हुए कहा कि कुल व्यय और राजस्व के बीच फर्क राजकोषीय घाटा कहलाता है और चालू वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान में इसमें सकल घरेलू उत्पाद के 6.9 फीसदी से कम होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि अगले वित्तवर्ष के दौरान बाजार उधारी 3.45 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। मुखर्जी ने कहा कि उधारी की प्रक्रिया पर भारतीय रिजर्व बैंक के साथ परामर्श पर फैसला किया जाएगा। (भाषा)