बढ़ती आधुनिकता से लोगों की जीवनशैली भी बदलने लगी है। इस आधुनिक जीवनशैली से बाजारों में उपभोक्तावादी संस्कृति का जन्म हुआ। आज लोग अपने खान-पान, रहन-सहन को लेकर काफी सजग रहते हैं। बढ़ते बाजारवाद से नए उद्योगों का जन्म हुआ। इन्ही उद्योगों में से एक है पेंट उद्योग।
भारत में पेंट्स इंडस्ट्री 18 प्रतिशन की दर से बढ़ रही है। विदेशी कंपनियों के भारत में आने से पेंट टेक्नोलॉजी में करियर के अवसर बढ़े हैं। योग्य युवाओं की मांग इस क्षेत्र में बढ़ने लगी हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने उत्पादन को बेहतर बनाने और उन्हें उपभोक्ता तक पहुंचाने के लिए एक बेहतर संरचना चाहती है।
ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों स्तर पेंट टेक्नोलॉजी का कोर्स किया जा सकता है। साइंस और केमिकल साइंस के विद्यार्थी इन कोर्सेस को कर सकते हैं। ग्रेजुएशन स्तर पर बीटेक इन पेंट टेक्नोलॉजी, बीएससी, (टेक) पेंटस, बीटेक इन कैमिकल टेक्नोलॉजी, बीटेक इन ऑयल एंड पेंट टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेस किए जा सकते हैं।
देश ही नहीं विदेश में भी ऑयल पेंट टेक्नोलॉजी की पढ़ाई के बाद करियर बनाया जा सकता है। पेंट्स टेक्नोलॉजी में कई पाठ्यक्रम हैं। पेंट टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद मैन्यूफैक्चरिंग, प्रोडक्शन, मार्केटिंग, डिस्ट्रीब्यूशन, टेक्निकल सेल्स एंड एप्लीकेशन के अलावा रिसर्च के क्षेत्र में भी बहुत संभावनाएं हैं। पेंट उद्योग लगाकर स्वयं का व्यवसाय भी किया जा सकता है।
शैक्षणिक योग्यता- 10वीं उत्तीर्ण युवा पेंट टेक्नोलॉजी के डिप्लोमा कोर्स किए जा सकते हैं। पीसीएम सब्जेक्ट के साथ ऑयल एंड पेंट टेक्नोलॉजी में बीटेक में प्रवेश लिया जा सकता है। युवा अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार भी किसी कोर्स का चयन कर सकते हैं।
पेंट्स टेक्नोलॉजी का कोर्स आप इन संस्थानों से कर सकते हैं- - इंडस्ट्रियल रिचर्स लेबोरेटरी, कोलकाता। - यूडीसीटी, जलगांव। - यूआईसीटी, मुंबई। - एचबीटीआई, कानपुर। - जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता। - वीपीआरपीटीपी साइंस कॉलेज वल्लभ नगर गुजरात।