Christmas 2024: प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में क्रिसमस पर्व मनाया जाता है। इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता है। क्रिसमस के दिन का इंतजार सभी को होता हैं, क्योंकि इस दिन ईसाई समुदाय के लोग यीशु के जन्मदिन की खुशी में एक-दूसरे को बधाइयां और शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते है तथा मैरी क्रिसमस के मैसेज भेजते हैं। आपने कभी सोचा कि हैप्पी क्रिसमस की जगह क्यों कहते हैं मैरी क्रिसमस?
क्यों कहते हैं मैरी क्रिसमस?
1. मैरी शब्द का अर्थ खुशी या आनंदित होना होता है। जर्मनिक और ओल्ड इंग्लिश को मिलाकर 'मैरी' शब्द बना है। सीधे तौर पर समझा जाए तो मैरी और हैप्पी इन दोनों शब्दों का एक ही अर्थ होता है यानी कि खुश होना या आनंदित होना। इसीलिए क्रिसमस की शुभकामना देते समय हैप्पी की जगह मैरी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
3. मशहूर साहित्यकार चार्ल्स डिकेंस ने 'मैरी' शब्द को प्रचलन में लाया था और 'मैरी' Merry शब्द का सबसे ज्यादा उल्लेख उन्होंने अपनी बुक 'अ क्रिसमस कैरोल' में किया था, उसके बाद से ही हैप्पी Happy के बजाय 'मैरी' शब्द प्रचलन में आ गया। ऐसा कहा जाता है कि उसके पहले तक लोग 'हैप्पी क्रिसमस' शब्द का ही इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब दोनों ही शब्द सही होने के बाद भी मैरी शब्द ज्यादा प्रचलन में है। तभी से क्रिसमस के साथ हैप्पी की जगह मैरी शब्द का चलन शुरू हो गया।
4. यह भी कहा जाता है कि मदर मैरी के कारण भी मैरी क्रिसमस कहा जाता है। ईसा मसीह की मां मदर मैरी को मरियम कहा जाता है परंतु प्रचलन से यह मैरी हो गया। सभी जानते हैं कि यीशु ने मैरी की कोख से जन्म लिया था, जो कि कुंवारी थीं।