उन्होंने कहा कि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और 2 शव नदी में तैरते हुए पाए गए जिन्हें वहां से बाहर निकाला गया। इनकी पहचान शिवराम अहिरवार (90) एवं कल्लू अहिरवार (75) के रूप में की गई। ये दोनों बीहर सरवरिया गांव के रहने वाले थे। मिश्रा ने बताया कि इन दोनों के परिजनों ने 5 एवं 8 मई को क्रमश: शवों को जल प्रवाहित कर अंतिम संस्कार किया था।
उन्होंने कहा कि स्थानीय परंपरा के अनुसार जब कोई व्यक्ति कुष्ठ रोग एवं कैंसर जैसी बीमारियों से मरता है तो उसके शव को नदी के जल में प्रवाहित कर दिया जाता है। ग्रामीणों एवं दोनों मृतकों के परिजन के अनुसार इन दोनों की मृत्यु कोरोना संक्रमण से नहीं हुई थी। परिजनों के अनुसार शिवराम कुष्ठ रोगी था जबकि कल्लू कैंसर से पीड़ित था।
मिश्रा ने बताया कि 11 मई को पंचनामा उपरांत दोनों शवों को परिजनों द्वारा दफना दिया गया है। उन्होंने कहा कि रून्ज नदी मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश की ओर बहती है इसलिए उत्तरप्रदेश से इन शवों के बहाए जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। इससे पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि शिवराजजी, अभी तक उत्तरप्रदेश और बिहार में गंगा नदी में बहते शवों की तस्वीरें हम देख रहे थे और अब मध्यप्रदेश में भी पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के गांव नंदनपुर में रून्ज नदी में 6 बहते शवों की दर्दनाक तस्वीरें सामने आई है। यह बेहद गंभीर मामला है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी ट्वीट किया कि हे प्रभु, ये कैसा शवराज? कल गंगाजी में तैरती सैकड़ों लाशें देखकर न तो स्वयंभू गंगापुत्र का कलेजा फट रहा और न केन नदी में तैरते शवों पर जनमत लूट सत्ता हथियाने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संवेदनाएं जाग रहीं? भगवान के लिए अब जागिए। (भाषा) (फाइल फोटो)