बर्लिन। कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए 3 महीने तक सीमाओं को बंद रखने के बाद यूरोप के कुछ देशों ने सोमवार को इसे फिर से खोल दिया।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए रास्ता अभी भी बंद है और इस पर भी अनिश्चितता है कि यूरोप के कई देश अपने नागरिकों को दूसरे देश की यात्रा करने की अनुमति देंगे या नहीं।
वायरस का खतरा अब भी बना हुआ है तथा लगातार सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है। चीन की राजधानी बीजिंग में एक बार फिर से संक्रमण का मामला सामने आया है।
इटली द्वारा सीमाओं को खोलने के दो हफ्ते बाद जर्मनी और फ्रांस ने भी सीमा पर पाबंदी खत्म कर दी है। यूनान में भी सोमवार से पर्यटकों का स्वागत होने लगा है। यूरोप के अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को अब कोरोनावायरस की जांच नहीं करानी पड़ेगी।
यूरोपीय संघ (ईयू) में 27 देश हैं और कई देशों में अब भी दूसरे देशों के यात्रियों के आने के लिए पाबंदी खत्म नहीं हुई है। जुलाई की शुरुआत या फिर आगे तक यह पाबंदी रह सकती है। स्पेन ने भी सोमवार को जर्मनी के हजारों पर्यटकों को आने की इजाजत दी।
उधर, संक्रमण के नए मामले आने पर बीजिंग में कुछ प्राथमिक स्कूलों को सोमवार से शुरू करने की योजना रद्द कर दी गई। सामाजिक दूरी के नियमों में ढील देने के फैसले को भी पलट दिया गया। दक्षिण कोरिया भी संक्रमण के फिर से प्रसार पर रोक लगाने के लिए काम कर रहा है। देश में सोमवार को कोविड-19 के 37 नए मामले आए।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि उनका देश संकट से उबर रहा है। सरकार के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 8246 नए मामले आने से संक्रमित लोगों की संख्या 537,210 हो गई है। रूस में संक्रमण से 7,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।(भाषा)