भोपाल। देश के चार राज्यों में आज से कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन शुरु हो गया है। दो दिन चलने वाले इस ड्राई रन में वैक्सीन के स्टोरेज से लेकर लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के पूरे इंतजाम को जांचा परखा जाएगा। नए साल में देश में पहली कोरोना वैक्सीन आने की संभावना बढ़ने के साथ अब हर कोई यह जानना चाह रहा है कि उसको वैक्सीन कैसे मिलेगी।
वैक्सीन को लेकर लोगों की इस उत्सकुता का फायदा उठाने का मौका भी नहीं चूक रहे है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर रजिस्ट्रेशन कराने का सायबर ठगी का मामला सामने आने के बाद अब सरकार और पुलिस अलर्ट हो गई है।
राजधानी में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी के मामले की जांच सायबर सेल करेगा। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गृह विभाग के साइबर सेल को कोरोना वैक्सीन में गड़बड़ी संबंधी आशंका की जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया है जो भी इस तरह की गलती करेगा वो दंड का भागीदार होगा। प्रदेश में किसी भी तरीके का गलत काम करने वाले की खैर नहीं है अगर कोई ऐसा काम करते पाया गया तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना वैक्सीन को लेकर पुलिस की एडवाइजरी: राजधानी भोपाल. में फोन कॉल पर कोरोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश का मामला सामने आने के बाद भोपाल पुलिस ने इसको लेकर एक एडवाइजरी जारी की है।
सायबर क्राइम की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सायबर अपराधी कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन का झांसा देकर युवतियों से फोन कॉल कराके सायबर फ्रॉड करने की कोशिश कर रहे है। कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए लोगों से उनके आधार कार्ड का नंबर और वेरिफाई करने के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को मांगा जाता है,जिससे लोग सायबर ठगी के शिकार हो सकते है।
सायबर पुलिस की लोगों को सलाह-
1-कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा करने वाली किसी भी प्रकार की एप को डाउनलोड न करें।
2-कोविड वैक्सीन को लेकर फोन के माध्यम या अन्य किसी भी प्रकार का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है।
3-किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी निजी एवं गोपनीय जाकारी जैसे बैंक अकाउंट,एटीएम कार्ड,आधार कार्ड,पेन कार्ड नंबर आदि साझा ना करें।
4-मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को किसी से भी शेयर न करें।