लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सोमवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में संवेदनशीलता बढ़ने के कारण 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन खुल पाएगा या नहीं, यह अभी कहा नहीं जा सकता है। इस पर कुछ भी कहना, अभी संभव नहीं होगा। क्योंकि लॉकडाउन से जितनी भी व्यवस्था बनाकर केसों को नियंत्रित किया गया है, अगर 1 भी केस प्रदेश में रह जाता है तो लॉकडाउन को खोलना उचित नहीं होगा। लॉकडाउन खुलने से पुनः वही स्थिति आ सकती है।
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े हुए 159 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण अब प्रदेश में संवेदनशीलता बहुत बढ़ गई है।अभी 159 मरीजों को इलाज के लिए भर्ती कर रहे हैं और वहीं मरीजों से जुड़े हुए या उनके साथ रहने वाले लोगों की निगरानी कर रहे हैं।हम उन लोगों की भी निगरानी कर रहे हैं जो मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों के संपर्क में आए हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार तक की स्थिति पर नजर डालें तो तबलीगी जमात से जुड़े 159 केस पूरे प्रदेश के विभिन्न जनपदों में फैले हुए हैं।जिसमें आगरा में कुल 29, लखनऊ में 12, गाजियाबाद में 14, लखीमपुर खीरी में 3, कानपुर नगर में 7, वाराणसी में 4, शामली में 13, जौनपुर में 2, बागपत में 1, मेरठ में 13, हापुड़ में 3, गाजीपुर में 5, आजमगढ़ में 3, फिरोजाबाद में 4, हरदोई में 1, प्रतापगढ़ में 3, सहारनपुर में 13, शाहजहांपुर में 1, बांदा में 2, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 2, रायबरेली में 2, औरैया में 1, बाराबंकी में 1, बिजनौर में 1, सीतापुर में 8, प्रयागराज में 1 केस आए हैं।
आज (सोमवार) की स्थिति के अनुसार, कुल मिलाकर कोरोना के पुष्ट केसों की संख्या 305 है।इनमें से 159 केस तबलीगी जमात से हैं।जो 27 नए केस आए हैं, उनमें से 21 केस तबलीगी जमात के लोगों के हैं जो 27 नए केस आए हैं उनमें लखनऊ से 5, कानपुर नगर से 1, बिजनौर से 1, प्रयागराज से 1, शामली से 5, सीतापुर से 8, आगरा से 2, कौशांबी से 1, गौतमबुद्ध नगर से 3 केस हैं। उन्होंने बताया कि जहां भी ज्यादा केस आए हैं वहां बचाव के सभी उपाय किए जा रहे हैं और शत-प्रतिशत लॉकडाउन किया गया।