अप्रैल के अंत तक मध्यप्रदेश में कोरोना के 1 लाख एक्टिव केस होने का खतरा,इंदौर,उज्जैन में बढ़ा लॉकडाउन

विकास सिंह
शनिवार, 10 अप्रैल 2021 (15:20 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में अप्रैल के आखिरी तक एक लाख तक कोरोना के एक्टिव केस हो सकते है। मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण के बीच खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की आंशका जाहिर करते हुए कहा कि अप्रैल के आखिरी तक एक लाख कोरोना के एक्टिव केस हो सकते है। गौरतलब है कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के 30 हजार एक्टिव केस है।

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हर दिन रिकॉर्ड इजाफे के बाद अब संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कई शहरों में लंबा लॉकडाउन लगाया जा रहा है। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल,इंदौर,उज्जैन सहित कोरोना से प्रभावित जिलों की क्राइसिस मैनेंजमेंट ग्रुप के साथ बैठक कर वर्तमान हालात की समीक्षा कर हालात को संभालने के लिए जिलों को लॉकडाउन बढ़ाने की सहमति दे दी।
 
इंदौर,उज्जैन में 19 अप्रैल तक बढ़ेगा लॉकडाउन- प्रदेश में कोरोना के सबसे अधिक एक्टिव केस वाला शहर इंदौर और उससे सटे जिले उज्जैज में अब 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक टोटल लॉक रह सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ समीक्षा बैठक के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि बैठक मुख्यमंत्री को जिले में कोरोना की स्थिति को लेकर पूरी जानकारी दी गई। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि शहर में कोरोना के संक्रमण को तोड़ने के लिए 8 से 10 दिन तक लॉकडाउन बढ़ाया जाए। जिसके बाद अब इंदौर शहर 19 अप्रैल सुबह 6 तक‌ टोटल लॉक रह सकता है। 

वहीं बैठक में उज्जैन में भी लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति बनी। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में शहर में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया गया। वहीं आज उज्जैन में महाकाल मंदिर के एक पुजारी की कोरोना संक्रमण के चपेट में आने से मौत हो गई।

वहीं आज मीडिया से बात में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलाज की हर संभव व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में तीन दिन में तीन गुना अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।तीन दिन पहले जहाँ 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हो रही थी, वहीं आज 180 मीट्रिक टन की आपूर्ति हुई है।

इसके साथ प्रदेश में प्रति माह 1 लाख रेमिडिसीवर इंजेक्शन की डोज उपलब्ध कराई जायेगी। मरीजों के लिए 50 हजार रेमिडिसीवर इंजेक्शन के आर्डर जारी किये जा चुके हैं। इसकी आपूर्ति आरंभ हो गई है। प्रदेश में एक लाख बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। सभी जिला चिकित्सालयों में सीटी स्कैन की व्यवस्था की जायेगी।
 
 

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