इससे जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आरोप है कि डिप्टी कलेक्टर, पुलिस उपाधीक्षक, विक्रय कर अधिकारी आदि पदों के लिए आयोजित उक्त परीक्षा में कुछ उम्मीदवारों को लाभ पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर अनियमितताएं की गईं। प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के अंकों में हेराफेरी की गई...।
उन्होंने बताया कि सीबीआई जांच से पता चला है कि कई चयनित उम्मीदवार आरोपी जेपीएससी अधिकारियों, नेताओं, आईएएस अधिकारियों और राज्य के वरिष्ठ कानून अधिकारियों के रिश्तेदार और करीबी थे।