महिला विधायक ने कहा कि वे सोमवार शाम कोविड-19 जांच से पहले विधानसभा की बैठक में शामिल हुई थीं लेकिन विधानसभा परिसर में वे अन्य विधायकों से दूरी बनाकर बैठी थीं। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत में परमार ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार जोर से बोलने से भी संक्रमण फैल सकता है इसलिए संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए सामान्य तरह से बोलें। इस पर विधायक जोर से हंस पड़े।
वहीं विपक्ष के नेता की ओर से सोमवार को पेश किए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कई विधायक जोर से बोल रहे थे। इस बीच दून से भाजपा विधायक परमजीत सिंह पम्मी का अध्यक्ष ने सदन में स्वागत किया। वे कोविड-19 से स्वस्थ होने के बाद मंगलवार को सत्र में हिस्सा लेने के लिए आए। वे 17 अगस्त को कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए थे। (भाषा)