न्यूयॉर्क सिटी के जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला के डॉ. जेनिफर रेकमेन ने कहा कि निश्चित तौर पर इस बात को लेकर बहुत इच्छाएं उत्पन्न हो गई थीं कि एक चमत्कारी जांच होगी, जो हम सबको बचा लेगी लेकिन हम अब तक वहां पहुंचे नहीं हैं। यह जांच खून में एंटीबॉडीज का पता लगाती है, जो शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए बनाता है।
वैज्ञानिक अब भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोरोनावायरस के लिए बने एंटीबॉडीज दूसरे संक्रमण से किसी को किस प्रकार बचाते हैं या यह संरक्षण कितने लंबे समय तक रहता है? कुछ शुरुआती अध्ययनों में सामने आया था कि कोई भी प्रतिरक्षा तेजी से समाप्त होती है। पिछले हफ्ते का अनुसंधान ज्यादा ठीक मालूम होता है जिसमें कहा गया कि पता चलने के बाद एंटीबॉडीज कम से कम 4 महीने तक रहते हैं और जल्दी समाप्त नहीं होते हैं।