यह मौजूदा समय में उपलब्ध बेहद सटीक जांच जितनी ही भरोसेमंद है, साथ ही यह कम जटिल है और जांच का परिणाम जल्दी आ जाता है। सीरोलॉजिकल जांच के लिए 'गोल्ड स्टैंडर्ड' बेहद जटिल प्रयोगशाला पद्धति 'एलिसा' का उपयोग होता है। इसमें 4 से 6 घंटे का समय लगता है और यह रोग प्रतिरोधक क्षमता के संबंध में णवत्तापूर्ण जानकारी देता है।
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि सामान्य जांच स्ट्रिप के उपयोग से परिणाम जल्दी आता है लेकिन वह ज्यादा भरोसेमंद नहीं होता और न ही शरीर में एंटीबॉडी के स्तर की सटीक जानकारी दे पाता है। लेकिन जांच का यह नया तरीका कि 'बायोलेयर इंटरफेरोमेट्री इम्यूनोसॉरबेंट एसेस' (बीएलआई-आईएसए) 20 मिनट से भी कम समय में शरीर में एंटीबॉडी के स्तर का सटीक पता लगा लेता है। (भाषा)