अस्पताल के मुताबिक जब मरीज में सुधार के संकेत नहीं मिले तब परिवार ने प्रशासन से प्लाज्मा पद्धति से इलाज करने का अनुरोध किया और प्लाज्मा के लिए एक दानकर्ता तक की व्यवस्था की। विज्ञप्ति के मुताबिक मरीज को 14 अप्रैल की रात प्लाज्मा पद्धति से इलाज किया गया और चौथे दिन हालत में सुधार होने के बाद वेंटिलेटर से हटा दिया गया। हालांकि ऑक्सीजन देना जारी रखा गया।