अब ये Florona क्‍या है, कहां मिला पहला मरीज, कैसे अलग है कोरोना से?

Webdunia
शनिवार, 1 जनवरी 2022 (13:21 IST)
इजरायल में एक नया खतरा देखने को मिला है। पता चलते ही इजरायल का स्‍वास्‍थ्‍य विभाग सतर्क हो गया है। आइए जानते हैं क्‍या वो नया संक्रमण और कैसे इससे निपटा जा सकता है।

इजराइल में एक नए तरह का संक्रमण देखने को मिला है। इसे कोरोना वायरस और इंफ्लूएंजा का मिलाजुला रूप बताया जा रहा है। इस संक्रमण की जानकारी देते हुए वहां के अखबार में बताया गया है कि फ्लोरोना नाम का यह दोहरा संक्रमण है जो एक गर्भवती महिला में देखने को मिला है जो अपने बच्चे को जन्म देने के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थी।

पहले से ही दुनिया में ओमिक्रॉन की दशहत के चलते इस नई बीमारी के आने से कई तरह की आशंकाएं जन्म लेने लगी हैं। अभी तक की जानकारी के अनुसार यह फ्लोरीना कोई नई बीमारी या नया वेरिएंट नहीं है। बल्कि इसे दोहरा संक्रमण कहा जा रहा है।

इसमें मरीज को कोविड-19 वायरस के साथ इंफ्लूएंजा वायरस दोनों का ही संक्रमण एक साथ हो जाता है, जो इसे कोविड-19 से दोगुना खतरनाक बना सकता है। मार्च 2020 में दुनिया में कोविड-19 महामारी के शुरआत के बाद ऐसा संक्रमण पहली बार देखा गया है।

इंफ्लूएंजा वायरस के संक्रमण में निमोनिया, मायोकार्डिटिस जैसे कई गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं, जिनसे कई बार मरीज की मौत भी हो सकती। कोविड-19 के साथ इसका संक्रमित होना ही दहशत जैसे माहौल बनाने की आशंका पैदा कर रहा है इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय और सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ने चेतावनी जारी की है कि ये संक्रमण तेजी से फैल सकता है या फैल रहा है जब पिछले एक हफ्ते से 1800 से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है।

इन संस्थानों ने फ्लोरोना के लक्षणों की भी जानकारी दी गई है। आंकड़ों से पता चलता कि इस दोहरे संक्रमण से बहुत सारे गंभीर लक्षण एक साथ देखे जा सकते हैं। इन लक्षणों में निमोनिया सहित अन्य श्वसन जटिलताओं के साथ मायोकार्डिटिस भी हो सकता है। इनकी वजह से सही स्वास्थ्य देखरेख ना होने पर मरीज की मौत का जोखिम बहुत बढ़ जाता है।

खतरे को देखते हुए इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिफारिशकी है कि 6 महीने से अधिक उम्र के सभी लोगों को इंफ्लूएंजा की वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है जो कोरोना वैक्सीन के साथ दी जा सकती है। इजराइल सरकार का इस तरह ऐतिहात बरतना दुनिया में ओमीक्रॉन के प्रसार को देखते हुए सही माना जा रहा है। लेकिन फ्लोरोना की बारे में अभी और विश्लेषण करने की जरूरत है, लेकिन हर संभव ऐतिहात किसी बड़ी समस्या से बचा सकती है।

कायरो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के बैक्टीरिया न्यूट्रीशन एंड इम्यूनिटी के सलाहकार डॉ नाहला अब्देल वहाब के मुताबिक प्रतिरक्षा प्रणाली के खराब होने की स्थिति संभव है कि इस संक्रमण से बहुत गंभीर लक्षण विकिसित हो जाएं। इसमें कोविड-19 के अन्य लक्षणों के अलावा दिल की मांसपेशियों में दर्द या जलन जैसी स्थिति भी शामिल हैं।

जिस महिला में फ्लोरोना के लक्षण मिले हैं, उनसे खुद को कोविड वैक्सीन नहीं लगवाई थी। ऐसे में कोविड वैक्सीन को व्यापक रूप से लगवाने की जरूरत है।

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