भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 2 हजार के करीब पहुंच गया है। शनिवार शाम चार बजे तक जारी मेडिकल बुलिटेन में मरीजों की संख्या 1945 तक पहुंच गई। वहीं सूबे की राजधानी भोपाल में पिछले तीन दिनों में लगभग 100 के करीब कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से प्रशासन और अलर्ट हो गया है। शुक्रवार को रिकॉर्ड संख्या में 37 मरीज मिलने के बाद शनिवार को जिले पॉजिटिव मरीजों की संख्या 388 तक पहुंच गई। भोपाल में अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है वहीं 104 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए।
हॉटस्पॉट पर विशेष ध्यान – राजधानी भोपाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने लिए प्रशासन ने हॉटस्पॉट वाले 5 से 7 क्षेत्रों पर अपना पूरा फोकस कर दिया है। शहर के बीचों बीच स्थित जहांगीराबाद कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है यहां पर एक ही परिवार की तीन पीढ़िया कोरोना से संक्रमित मिल चुकी है। इस इलाके से अब तक 11 लोग कोरोना पॉजिटिव मिल चुके है। इसके बाद प्रशासन ने इस पूरे इलाके को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर सील कर दिया है। भोपाल में अब तक जिला प्रशासन ने 156 कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किए है।
इसके अलावा राजधानी के कमला नगर, टीटी नगर, अशोक गार्डन, नेहरू नगर,ऐशबाग इलाके में हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किए गए है। वहीं उपनगर कोलार में भी धीमे धीमे कोरोना अब अपना पैर फैला रहा है। भोपाल जिला प्रशासन अब तक 10 हजार से अधिक संदिग्ध लोगों के सैंपल ले चुका है जिसमें 390 के करीब मरीज पॉजिटिव मिल चुके है।
राजधानी भोपाल में कोरोना के हालात पर कलेक्टर तरूण पिथौड़े कहते हैं कि पिछले दिनों जो आंकड़े सामने आए है उनमें अधिकतर 15 से 55 आयु वर्ग के लोग शामिल है और सीनियर सिटीजन के लोगों की संख्या बहुत कम है। प्रशासन की अपील के बाद लोग घरों से नहीं निकल रहे है इससे सीनियर सिटीजन को सुरक्षित रखने में सफल हुए है।
लॉकडाउन में 3 मई तक कोई छूट नहीं - भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े ने साफ कर दिया है कि राजधानी भोपाल में 3 मई तक लॉकडाउन में कोई छूट नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि भोपाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए गृहमंत्रालय के 50 फीसदी दुकानों को खोलने के आदेश को नहीं लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भोपाल रेड जोन में शामिल है और इसलिए अभी किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी।