नई दिल्ली। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने चीन से इंफ्रारेड थर्मामीटर की तस्करी रोकने के लिए देशभर में सीमा शुल्क की विभिन्न इकाइयों को अलर्ट जारी किया है। इस कदम का महत्व इसलिए भी है क्योंकि कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 महामारी के कारण देश में इस तरह के थर्मामीटर की मांग बहुत बढ़ गई है।
एक अधिकारी ने बताया, डीआरआई ने विदेश से आयात-निर्यात के काम में जुटे दिल्ली में अंतर्देशीय कंटेनर डिपो और कार्गो एयरपोर्ट तथा देश में अन्य स्थानों के लिए एक अलर्ट जारी कर इस तरह की तस्करी पर नजर रखने को कहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसी सूचनाएं मिली हैं जिससे पता चलता है कि तस्कर अवैध तरीके से इसे लाने के प्रयास कर सकते हैं। भारत में इस तरह के उत्पाद को लाने के लिए हो सकता है कि बिल पर इसकी कीमत कम दिखाई जाए।
सीमा शुल्क से बचने के लिए देश में लाए जाने वाले माल की कीमत कम बताई जा सकती है, इससे सरकारी खजाने को नुकसान होगा। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
नामी कंपनी के इंफ्रारेडया थर्मल थर्मामीटर की कीमत 3500 रुपए से 8000 रुपए तक हो सकती है। अधिकारियों को आशंका है कि भारत में सामान भेजने के लिए तस्करों द्वारा दुबई बंदरगाह के मुक्त व्यापार क्षेत्र का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
डीआरआई द्वारा हाल में जारी अलर्ट का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था और स्थानीय उत्पादकों को नुकसान पहुंचाने वाली ऐसी किसी भी कोशिशों को नाकाम करने के लिए कड़ी चौकसी बरतने की जरूरत है।
वित्त मंत्रालय के अंतर्गत डीआरआई केंद्रीय आर्थिक खुफिया एजेंसी है जो वाणिज्यिक फर्जीवाड़ा रोकने का काम करती है।(भाषा)