'द सन' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कोरोना नियंत्रण के बाहर हो गया है, ऐसे में इलाज के लिए अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिम कैदियों के अंगों को जबरन निकाला जा रहा है। हालांकि चीन में अंगों के अवैध व्यापार का मामला नया नहीं है। कहा जाता है कि राजकीय संरक्षण में यह पहले से ही किया जा रहा है।
साल 2014 में चीन ने कहा था कि वो ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए कैदियों की हत्या नहीं करता, लेकिन कुछ सूत्रों का दावा है कि चीन यह काम लगातार कर रहा है। कैदियों के अंगों को निकाल लिया जाता है और जेलों में उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जाता है।
पूरे चीन में अवैध और गुप्त अंग प्रत्यारोपण एक बड़ी समस्या है। चीन की सरकार का कहना है कि प्रत्येक वर्ष 10 हजार प्रत्यारोपण होते हैं, जबकि अस्पताल के आंकड़ों से पता चलता है कि यह संख्या वास्तव में 70 हजार करीब है। विशेषज्ञों को संदेह है कि हर साल लगभग 60 हजार अवैध प्रत्यारोपण चीन में किए जाते हैं।