डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।2017 में बीजेपी ने उन्हें कानपुर के घाटमपुर सीट से चुनावी मैदान में उतारा थे। वे इस सीट से जीतने वाली पार्टी की पहली विधायक थीं। पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा व लगन को देखते हुए 2019 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। वे सरकार में तकनीकी शिक्षामंत्री थीं।
उनके निधन की जानकारी होते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार में मेरी सहयोगी, कैबिनेट मंत्री श्रीमती कमलरानी वरुण जी के असमय निधन की सूचना व्यथित करने वाली है।प्रदेश ने आज एक समर्पित जननेत्री को खो दिया।उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।ॐ शांति!