भोपाल। देश में कोरोना की तीसरी लहर के गृहमंत्रालय के अलर्ट के बीच अब कोरोना की दूसरी लहर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट के लगातार नए वैरिएंट सामने आ रहे है। मध्यप्रदेश के दतिया जिले में कोरोना के डेल्टा वायरस के ट्रिपल वैरिएंट का खुलासा हुआ है। जिले से जांच के लिए ICMR को भेजे गए 9 सैंपल की जांच में डेल्टा वायरस के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
दतिया जिले के एपिडिमियोलॉजिस्ट मनोज गुप्ता के मुताबिक 1 से 15 मई के बीच रेंडम सेलेक्टर किए गए 15 सैंपल जांच के लिए आईसीएमआर को भेजे गए थे। जिनमें से नौ मरीजों के सैंपल में कोरोना के डेल्टा वायरस का ट्रिपल वैरिएंट पाया गया है। वेबदुनिया से बातचीत में मनोज गुप्ता कहते हैं कि जिन लोगों में डेल्टा ट्रिपल वैरिएंट पाया गया था वह अभी पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनकी सतत निगरानी की जा रही है।
दरअसल कोरोना का कौन सा वैरिएंट किस इलाके में सक्रिय है इस बात की जांच के लिए और इसका पता लगाने के लिए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल दिल्ली स्थित आइसीएमआर की लैब को हर 15 दिन में सैंपल भेजे जाते हैं। इस प्रक्रिया में दतिया मेडिकल कॉलेज के माध्यम से आइसीएमआर को भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट से डेल्टा वायरस के ट्रिपल वैरिएंट मिलने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
मई के पहले पखवाड़े में भेजे गए 15 सैंपल की रिपोर्ट में नौ लोगों में यह वैरिएंट पाया गया है। आंशका जताई जा रही है कि कोरोना के डेल्टा ट्रिपल वैरिएंट के चलते कोरोना की दूसरी लहर में दतिया में तेजी से संक्रमण फैला था और लोगों की मौतें हुई।
वेबदुनिया से बातचीत में जिले के एपिडिमियोलॉजिस्ट मनोज गुप्ता कहते है कि नए वैरिएंट को लेकर पैनिक होने की जरुरत नहीं है जिले में कोरोना संक्रमण दर अब घट चुकी है और कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है।