बयान के मुताबिक इस टीके की देश में आपूर्ति 2020 के अंत तक शुरू होगी। इससे पहले इसे भारतीय नियामकीय संस्थाओं की जांच, परीक्षण और पंजीकरण की शर्तों को पूरा करना होगा। बयान में इस समझौते की वित्तीय जानकारी साझा नहीं की गई है।
इस बारे में आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरिल दिमित्रिदेव ने कहा कि भारत में डॉक्टर रेड्डीज के साथ साझेदारी कर हमें बहुत खुशी हो रही है। भारत कोविड-19 से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक है। हमें भरोसा है कि हमारा मानवीय एडीनोवायरस डुअल वैक्टर मंच भारत को कोविड-19 से निपटने के उसके प्रयासों में एक सुरक्षित और वैज्ञानिक विकल्प उपलब्ध कराएगा।
उन्होंने कहा, हम भारत में इसकेतीसरे चरण का परीक्षण करेंगे, जिससे कि भारतीय आबादी की बेहतरी और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके साथ ही भारतीय नियामकों की जरूरतों को भी पूरा किया जा सके। स्पुतनिक वी टीका भारत में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक बेहतर विकल्प उपलब्ध कराएगा।(भाषा)