कुछ महीनों की राहत के बाद देश में एक बार फिर से कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों के साथ ही हेल्थ एजेंसी की तरफ से गाइडलाइन और संक्रमण से बचने के लिए अपीलें की जा रही हैं। दूसरी तरफ कहीं भी मास्क और हैंड सेनैटाइजर का इस्तेमाल नजर नहीं आ रहा है, मास्क तो पूरी तरह से गायब हो चुके हैं, ऐसे में अगर संक्रमण फैलता है तो इसमें कोई शक नहीं कि ये एक बार फिर से घातक हो सकता है।
बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के हालातों को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने तो सख्त गाइडलाइन जारी करते हुए विमानों और एयरपोर्ट पर मास्क अनिवार्य कर दिया है। मास्क नहीं पहनने पर यात्रियों को विमान से उतारने और सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इंदौर-भोपाल में बढ़ी चिंता
चिंता की बात है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में पिछले कुछ दिनों से इजाफा हो रहा है। प्रदेश में बुधवार को की गई 7052 लोगों की जांचों में से 53 नए संक्रमित सामने आए हैं। इनमें मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के 24 संक्रमित और इंदौर के 16 पॉजिटिव मरीज शामिल हैं।
कैसे निपटेंगे खतरे से?
इंदौर में एक 70 साल की महिला की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई। हालांकि सीएमएचओ डॉ सैत्या का कहना है महिला 5 साल से बिस्तर पर थी, उसे हाइपरटेंशन था, ब्लड प्रेशर भी था। उसे कई कॉम्पलिकेशन थे।
बता दें कि इंदौर में नगर निगम चुनाव होना है, ऐसे में रेलियां और सभाएं होगीं। कई लोग एक ही जगह पर एकत्र होंगे, फिलहाल न तो मास्क का इस्तेमाल नजर आ रहा है और न ही किसी तरह की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है, ऐसे में इंदौर में कोरोना पैर पसार सकता है, लेकिन जनता और प्रशासन दोनों ही इस खतरे से बेखबर नजर आ रहे हैं।
24 घंटे में 16 नए मामले
पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 16 नए मामले सामने आए हैं। 15 दिनों में करीब 86 एक्टिव मामले थे, हालांकि इनमें से ज्यादातर मरीज ठीक होकर घर भी चले गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय से जो भी गाइडलाइन आएगी, उसे जारी की जाएगी। आम जनता से अपील है कि मास्क लगाए और सुरक्षित रहे। डॉ बीएल सेथिया, सीएमएचओ, इंदौर
इन जिलों में भी बढ़े मरीज
सीएमएचओ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के अलग अलग जिलों से भी संक्रमित मरीजों की खबरें आ रही हैं। प्रदेश के 11 जिलों में बैतूल में 1, दतिया में 2, डिंडौरी में 1, ग्वालियर में 3, जबलपुर में 2, मुरैना में 1, नरसिंहपुर में 1, रायसेन में 1, टीकमगढ़ में 1 संक्रमित मिला है। इनमें फिलहाल सबसे ज्यादा भोपाल और इंदौर में मरीज सामने आए हैं। बता दें कि इन मरीजों में से करीब 12 मरीज जिलों के अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से दो मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर बताया जा रहा है।
अलार्मिंग नहीं, लेकिन बचना तो होगा
प्रोटोकाल तो हर हाल में पालन करना होगा, हालांकि मार्टिलिटी नहीं है अभी और न ही अलार्मिंग सिचुएशन है। लेकिन चूंकि यह एक संक्रमण है, इसलिए इससे बचने के लिए अलर्ट तो रहना ही होगा। डॉ संजय दीक्षित, डीन, एमजीएम कॉलेज, इंदौर
क्या कहते हैं डॉक्टर्स पूर्व सीएमएचओ और शिशू रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवीण जडिया ने वेबदुनिया को बताया कि मास्क और सेनेटाइजर पूरी तरह से खत्म हो चुका है, यह बहुत चिंता वाली बात है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं समझना चाहिए कि कोरोना खत्म हो गया है। अगर इससे बचना है तो मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही फिजूल में बाहर जाने, भीड़ में जाने से बचना होगा। गाइडलाइन का बेहद सख्ती से पालन करना होगा।