कनाडा स्थित ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के जोसेफ पेनिंगर ने बताया, हमें उम्मीद है कि इन नतीजों से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की दवा बनाने में मदद मिलेगी जिससे फैली महामारी से पूरी दुनिया प्रभावित है।
टोरंटो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर आर्ट स्ल्टस्की ने बताया, हमारा नया अध्ययन प्रत्यक्ष प्रमाण देगा कि दवा एपीएन01 (ह्यूमन रीकॉम्बिनेंट सॉल्युबल एंजियोटेनसिप कंवर्टिंग इंजाइम-2) कोरोना वायरस के खिलाफ उपयोगी विषाणुरोधी होगी। इसका जल्द यूरोपीय बायोटेक कंपनी एपियोरॉन बायोलॉजिस द्वारा क्लीनिकल ट्रायल होगा।