इंदौर। कोविड-19 के इलाज के दौरान यहां एक निजी अस्पताल में दम तोड़ने वाले 40 वर्षीय एक प्रवासी भारतीय का 24 घंटे से ज्यादा वक्त तक अंतिम संस्कार नहीं हो सका क्योंकि उसका परिवार हजारों किलोमीटर दूर चीन में है। बाद में उक्त व्यक्ति के परिवार के निवेदन पर प्रशासन ने मंगलवार को एक स्वयंसेवक से उसका अंतिम संस्कार कराया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) प्रशांत चौबे ने पीटीआई को बताया कि प्रवासी भारतीय मनोज कुमार शर्मा (40) की शहर के श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) में कोविड-19 के इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि शर्मा चीन के एक बैंक में काम करते थे और वे भारत में अपने एक बीमार परिजन की देखभाल के दौरान संक्रमण की चपेट में आ गए थे।
चौबे ने बताया कि जब हमें पता चला कि शर्मा का शव अंतिम संस्कार के इंतजार में मुर्दाघर में रखा है, तो हमने उनकी चीन में मौजूद पत्नी विनीला शर्मा से सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से सहमति पत्र लिया। इस पत्र के आधार पर औपचारिकताएं पूरी किए जाने के बाद अस्पताल से उनके शव को दाह संस्कार के लिए एक स्थानीय श्मशान ले जाया गया।
शहर के पंचकुइयां मुक्तिधाम में शर्मा का अंतिम संस्कार करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता यश पाराशर ने बताया कि शर्मा के पार्थिव शरीर को अग्नि के हवाले करना मेरे लिए एक भावुक क्षण था और उस वक्त मैं उनके परिवार की पीड़ा महसूस कर रहा था।
पाराशर ने बताया कि शर्मा के दाह संस्कार के दौरान चीन में मौजूद शर्मा की पत्नी ने वीडियो कॉल के माध्यम से उनके अंतिम दर्शन किए और उन्हें अश्रुपूरित नयनों से आखिरी विदाई दी। इन मार्मिक क्षणों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। (भाषा)