The Kerala Story : कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स से उठे आग के अंगारे अभी ठीक से बुझे भी नहीं थे कि अब एक नई फिल्म द केरला स्टोरी देश में एक नई सनसनी है। सोशल मीडिया से लेकर अखबार और टीवी चैनलों में इन दिनों एक ही नाम स्क्रोल हो रहा है। द केरला स्टोरी। यह फिल्म देश में एक नया विवाद और हंगामा मचाएगी। इसका अंदाजा द केरला स्टोरी फिल्म के हाल ही में रिलीज हुए टीजर से ही पता चल गया है।
दिलचस्प है इन दिनों आने वाली और देश की राजनीति को जबरदस्त तरीके से प्रभावित कर रही हैं। जानते हैं कब-कब फिल्मों की वजह से देश की राजनीति में जबरदस्त भूचाल आया। दरअसल, फिल्मों के बहाने देश की राजनीति में अलग अलग विचारधारा के लोग अपनी-अपनी सियासत चमकाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
क्यों बरपा है केरला स्टोरी पर हंगामा?
अदा शर्मा इस फिल्म द केरला स्टोरी फिल्म की कहानी कहती है कि किस तरह से केरल में रह रहीं 32000 लड़कियों को इस्लाम कबूल कराया गया और फिर उन्हें सीरिया भेज दिया गया या फिर आईएसआईएस में शामिल कराया गया। इसके अलावा कई लड़कियों को अफगानिस्तान जेल में भी डाला गया। इनमें से ज्यादातर लड़कियां हिन्दू और क्रिश्चियन थीं। फिल्म में दिखाया गया है कि फातिमा और मेरिन जैकब से मरियम बनी न जाने कितनी हिन्दू और क्रिश्चियन महिलाएं हैं, जिन्हें इस्लाम धर्म में परिवर्तन कराया गया है। फिल्म में कहा गया है कि केरल को अगले 20 साल में इस्लामिक स्टेट बनाने का ग्लोबल एजेंडा है।
Kerala DGP directed Thiruvananthapuram city police commissioner to register FIR on the teaser of the movie 'The Kerala Story'. This was based on a complaint sent to CM. High Tech Crime Enquiry Cell conducted a preliminary enquiry & report was sent to DGP: Kerala Police
कांग्रेस ने कहा, बैन हो द केरला स्टोरी
फिल्म का टीजर आते ही सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस नेता और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा— फिल्म गलत सूचना फैला रही है और इसे बैन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैंने वो टीजर देखा है। ये गलत सूचना का एक स्पष्ट मामला है। केरल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। ये अन्य राज्यों के सामने केरल की छवि खराब करने के लिए है। ये नफरत फैला रहा है, इसलिए इसे बैन किया जाना चाहिए। सामान्य तौर पर हालातों को देखते हुए हम फिल्मों के बैन के खिलाफ हैं, लेकिन इस तरह की गलत सूचना से सांप्रदायिक तनाव पैदा होगा। स्टेट पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। अगर सेंट्रल इंटेलिजेंस के साथ कुछ है तो इसे जनता के सामने लाएं कि ये रिकॉर्ड है। ये महिलाओं की लिस्ट है। ये उन महिलाओं के एड्रेस हैं, जो ISIS में शामिल हुईं। उन्हें केरल से भर्ती किया गया।'
बता दें कि पिछले दिनों तमिलनाडु के एक पत्रकार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को 'द केरल स्टोरी' फिल्म का टीजर देखने के बाद पत्र लिखा था और केरल सरकार से फिल्म की सच्चाई की जांच की मांग की थी।
क्या कहती है रिपोर्ट?
एक इन्वेस्टीगेशन के रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2009 में करीब 32000 हिन्दू और क्रिश्चियन महिला को इस्लाम धर्म परिवर्तित किया गया है। केरल में 2013 में आईसआईएस के मूवमेंट को भी देखा गया है। 2020 की यूनाइटेड नेशन में ने भी ये चेतावनी दी थी कि केरल में अधिक संख्या में आईएसआईएस आतंकी मौजूद हैं। 2016 में भी ऐसी खबरें थीं कि केरल महिलाओं का इस्लामिक धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें ISIS में शामिल किया गया है।
द कश्मीर फाइल्स : गर्मा गई थी देश की सियासत
साल 2022 में रिलीज हुई विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उनके नरसंहार आधारित थी। जिसके आते ही पूरे देश की राजनीति गर्मा गई। पूरा देश दो धड़ों में बंट गया। एक धड़ा वो जो फिल्म को प्रोपेगंडा बता रहा था तो दूसरा वो कह रहा था कि यह फिल्म नहीं होती तो कश्मीर में हुए इस नरसंहार का इतना वीभत्स सच सामने नहीं आ पाता। कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए थे तो कई फिल्म स्टार्स भी आमने-सामने आ गए। यहां तक इंटरनेशनल स्तर पर इस फिल्म का हंगामा हुआ।
पठान ने किया राजनीतिक हंगामा
हाल ही में शाहरूख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान की वजह से खूब राजनीतिक हंगामा हुआ। इसमें एक गाने के दौरान दीपिका पादुकोण ने भगवा रंग की बिकिनी पहनी थी, जिससे हिंदू संगठन ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी फिल्म को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए टिप्पणी की थी। सोशल मीडिया में बायकॉट बॉलीवुड चला।
इंदिरा गांधी ने लगाया था आंधी पर प्रतिबंध
फिल्मों पर प्रतिबंध या राजनीति कारणों से उनका विवाद में आना कोई नई बात नहीं है। मशहूर गीतकार और फिल्म डायरेक्टर गुलजार की 'आंधी' फिल्म 1975 में रिलीज हुई थी और उस समय इस फिल्म पर इंदिरा गांधी की जिंदगी से जुड़े होने का आरोप लगाया गया था। दरअसल, फिल्म को रिलीज के कुछ महीने बाद बैन किया गया था और वो इसलिए क्योंकि उस साल में आने वाले गुजरात चुनाव में विपक्षी दलों के नेताओं ने फिल्म की कुछ क्लिप्स को अपने चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किया था। उस समय सुचित्रा सेन को तस्वीरों में सिगरेट और शराब पीते दिखाया गया था। 1975 में इसके बाद इमरजेंसी भी लग गई और फिर 1977 तक ये फिल्म बैन रही थी।
कामसूत्र : देशभर में हुआ विरोध कामसूत्र एक ऐसी फिल्म थी, जिसमें स्त्री-पुरुष के संबंधों को बेहद खुलकर दर्शाया गया था। साल 1996 में आई इस फिल्म को लेकर भी देशभर में विरोध हुआ था। फिल्म में कई बोल्ड और न्यूड सीन फिल्माए गए थे। फिल्म को मीरा नायर ने डायेक्ट किया था। जहां कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने फिल्म का विरोध किया तो आम लोगों ने भी अपनी अलग अलग राय जाहिर की थी।
फायर पर लगी आग
फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह को लेकर सुनवाई चल रही है। सरकार और कुछ संगठन समलैंगिक विवाह के खिलाफ हैं तो वहीं एलजीबीटी कम्युनिटी इसके पक्ष में है। इस मुद्दे पर भी अभी जमकर राजनीति की जा रही है। इसी विषय पर साल 1996 में दीपा मेहता के निर्देशन में बनी फिल्म 'फायर' दो महिलाओं के समलैंगिक रिश्तों पर आधारित थी। यह मध्यवर्गीय परिवार में उन दो महिलाओं की कहानी थी जो रिश्ते में देवरानी और जेठानी होती हैं और एक दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाती हैं। कई संगठनों से इस फिल्म का विरोध किया था, जिसके चलते इस पर बैन लगा दिया गया।
अनफ्रीडम (Unfreedom)
समलैंगिक सब्जेक्ट पर ही बनी फिल्म 'अनफ्रीडम' (Unfreedom) भी विवादों में आई थी। इस फिल्म पर तो बैन लगा दिया था, क्योंकि यह समलैंगिक रिश्तों पर आधारित थी। फिल्म में ज्यादा अश्लीलता होने के वजह से सेंसर बोर्ड ने इसे रिलीज करने की मंजूरी नहीं दी थी, तो वहीं कई संगठनों ने इसके खिलाफ विरोध किया था।
द पेंटेड हाउस
इसी तरह पेंटेड हाउस नाम की एक फिल्म में एक बुजुर्ग शख्स और एक लड़की के बीच आत्मीय संबंधों को दिखाया गया था। फिल्म की कहानी सामने आने के बाद इस पर विवाद शुरू हो गया था। सामाजिक संगठनों ने आपत्ति दर्ज कराई और राजनीतिक बयानबाजी भी हुईं। साल 2015 में बनी इस फिल्म को लेकर काफी बवाल मचा था। Written & Edited: By NavinRangiyal