जब गिरते पड़ते पाकिस्तान पहुुंचा सेमीफाइनल में और जीत गया वनडे विश्वकप

Webdunia
बुधवार, 20 सितम्बर 2023 (18:44 IST)
1992 का क्रिकेट विश्वकप ऑस्ट्रेलिया में खेला गया था। यह पहला मौका था जब  रंगीन जर्सियों में और सफेद गेंद के साथ विश्वकप खेला गया था।

इमरान ने 39 साल की उम्र में 1992 में अपने नेतृत्व कौशल से ग्रहम गूच की अगुवाई वाली बेहद मजबूत इंग्लैंड की टीम को मेलबर्न के इसी मैदान में शिकस्त देकर पाकिस्तान को एकदिवसीय विश्व कप का चैम्पियन बनाया था।इमरान 25 मार्च 1992 को जब गूच के साथ टॉस के लिए मैदान पर गये तो उन्होंने सफेद गोल गले की टी-शर्ट पहनी हुई थी, जिस पर एक कोने पर बाघ की तस्वीर थी।

उस विश्व कप में भी पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो गयी थी लेकिन किस्मत और फिर शानदार खेल के दम पर फाइनल तक पहुंची। ग्रुप चरण में लगातार तीन मैच हारने के बाद चौथे मैच में टीम 74 रनों पर ऑल आउट हो गयी थी।

इस मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड का स्कोर जब एक विकेट पर 24 रन था तब बारिश होने लगी और मैच दोबारा शुरू नहीं हो सका। पाकिस्तान ने मैच के अंक साझा किए गए और अगले चार राउंड रॉबिन मैच जीतने के बाद सेमीफाइनल और फाइनल में जीत का परचम लहराया।इस विश्व कप में पहली बार भारत और पाकिस्तान का आमना सामना हुआ था जिसमें मोहम्मद अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम ने पाकिस्तान को हराया था।

पहले ही दौर में बाहर हुई गत विजेता मेजबान ऑस्ट्रेलिया

साल 1987 में भारत की सरजमीं पर अपना पहला वनडे विश्वकप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया 1992 वनडे विश्वकप की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही थी। हालांकि इससे ठीक उलट हुआ। ऑस्ट्रेलिया टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही।

पूर्ण राउंड रॉबिन राउंड के तौर पर खेला जाने वाले इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। दिलचस्प बात यह है कि टीम को अपने पहले ही मैच में न्यूजीलैंड से 37 रनों से हार मिली थी। इसके बाद मेजबान को दक्षिण अफ्रीका से 9 विकेटों से हार मिली। बमुश्किल 1 रन से कंगारू भारत से जीत पाए। पाकिस्तान से बड़ी हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 2 बचे मैच जीते लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

भारत से पहली बार विश्वकप में हारा पाकिस्तान

भारत के लिए पाकिस्तान के खिलाफ मैच बेहद महत्वपूर्ण था जो सिडनी में खेला गया। भारत ने वर्ल्ड कप 1992 की पहली जीत हासिल की। पहले खेलते हुए भारत ने  216/7 का स्कोर बनाया  और पाकिस्तान को 173 रनों पर ऑल आउट कर दिया।यह मैच इसके परिणाम से अधिक जावेद मियांदाद और किरण मोरे की मजाकिया झड़प के लिए याद किया जाता है। भारत इस विश्वकप में 8 में से 2 मैच ही जीत पाया लेकिन पहली बार विश्वकप में चिर प्रतिद्वंदी को हराने के कारण क्रिकेट फैंस के मन में कोई गुरेज नहीं रहा।

चौथे नंबर पर रही पाकिस्तान फाइनल में पहुंची

1992 के विश्वकप में भी पाकिस्तान लड़खड़ाते हुए दूसरी टीमों के सहारे सेमीफाइनल में पहुंचा था जहां उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया की पड़ोसी न्यूजीलैंड से हुआ था। लेकिन कागज पर मजबूत न्यूजीलैंड को मात देकर वह अचानक फाइनल में आ गया था।  पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 विकेटों से जीत दर्ज की थी।  इंजमाम उल हक की शानदार पारी की बदौलत पाकिस्तान ने आकलैंड में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया था। इमरान और इंजमाम के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 139 रन की साझेदारी की बदौलत पाकिस्तान ने फाइनल में इंग्लैंड को मेलबोर्न में हराकर एकमात्र विश्वकप जीता था।

फाइनल में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रनों से हराया

मेलबर्न क्रिकेट  ग्राउंड में पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में कप्तान इमरान खान के 72 रनों की बदौलत 249 रन 6 विकेट खोकर बना लिए। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम अंतिम ओवर तक सिर्फ 227 रन बना पाई । पाकिस्तान पहली बार वनडे विश्वकप जीता और इंग्लैंड को 22 रनों से हराया।

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