रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार समस्या यह है कि इस समय भारत के इन सिस्टम की क्षमता उतनी नहीं है जितने खतरे भारत की सुरक्षा को लेकर हैं। आकाश और बराक की रेंज 100 किलोमीटर से ज्यादा नहीं है। ये सिस्टम अभी तक सिर्फ बैलेस्टिक मिसाइल वाला है यानी अगर भारत पर क्रूज मिसाइलों से हमला होता है तो यह सिस्टम कारगर साबित नहीं होगा।