दिल्ली हिंसा : दंगाइयों पर दिल्ली पुलिस का शिकंजा, 123 FIR दर्ज, 630 गिरफ्तार
शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020 (22:10 IST)
नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त क्षेत्रों में धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने के साथ ही पुलिस ने दंगाइयों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है और अब तक 123 प्राथमिकी दर्ज कर 630 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत अथवा गिरफ्तार किया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, चांद बाग, गोकुलपुरी, खजूरी समेत कई अन्य क्षेत्रों में इस सप्ताह के शुरू में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दंगे हुए थे जिसमें अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 200 घायलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। मृतकों में दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल रतनलाल और खुफिया ब्यूरो का जवान अंकित शर्मा भी शामिल है।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीपसिंह रंधावा ने शुक्रवार को बताया कि दंगों के सिलसिले में 123 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है जिसमें 23 गोली चलाने के मामलों की है।
उन्होंने बताया कि दंगाइयों की पहचान कर उन्हें शिकंजे में लेने का काम तेजी से जारी है। अब तक 630 लोगों को हिरासत में लिया अथवा गिरफ्तार किया जा चुका है।
दंगों की जांच के लिए गुरुवार को विशेष कार्यबल (SIT) गठित किया गया। एसआईटी की एक टीम के मुखिया उपायुक्त जॉय टिर्की जबकि दूसरी टीम की कमान उपायुक्त राजेश देव हैं। दोनों एसआईटी टीमों में चार-चार सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के अलावा तीन-तीन, चार-चार उप निरीक्षक और पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है। एसआईटी अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त बीके सिंह की अगुआई में काम कर रही है।
दोनों टीमों ने तत्काल प्रभाव से हिंसा और उपद्रव से जुड़े मामलों की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। इसके बाद अब दिल्ली हिंसा से जुड़ी सभी प्राथमिकियां एसआईटी को सौंपी जा रही है।
उपराज्यपाल ने किया दौरा : उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज दंगाग्रस्त क्षेत्रों की जमीनी हकीकत जानने के लिए दौरा किया और लोगों से मुलाकात कर उन्हें किसी प्रकार से भयभीत नहीं होने और संयम रखने का आग्रह किया। दिल्ली पुलिस के कानून-व्यवस्था के विशेष आयुक्त एसएन श्रीवास्तव स्वयं दंगाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
श्रीवास्तव को आज ही दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है। पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक कल सेवानिवृत्त हो रहे हैं। पटनायक का कार्यकाल 31 जनवरी को ही समाप्त हो गया था, किंतु दिल्ली विधानसभा के चुनाव की वजह से कार्यकाल एक माह बढ़ाया गया था।
ताहिर हुसैन की तलाश : दंगों में आम आदमी पार्टी (आप) के नेहरू विहार से पार्षद ताहिर हुसैन का नाम प्रमुखता से आया है।
पुलिस ने कल ही चांद बाग स्थित उनके घर-फैक्टरी को सील कर दिया था। ताहिर हुसैन के घर से बड़ी मात्रा में तेजाब, बोतल बम बनाने का सामान और पत्थर आदि मिले हैं। ताहिर हुसैन और उसके समर्थकों पर खुफिया ब्यूरो के जवान अंकित शर्मा की हत्या कर शव पास के नाले में फेंक देने का आरोप है।
पुलिस ने हत्या और दंगा भड़काने का मामला दर्ज का ताहिर हुसैन की तलाश में जुटी है। फॉरेंसिक विभाग की टीम भी आज जांच के लिए ताहिर हुसैन के घर पहुंची।
पूर्व निगम पार्षद इशरत जहां की जमानत खारिज : दिल्ली की एक अदालत ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार कांग्रेस की पूर्व निगम पार्षद इशरत जहां की जमानत याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नवीन गुप्ता ने बुधवार को गिरफ्तार की गईं जहां की जमानत याचिका खारिज कर दी। जहां दिल्ली के खुरेजी खास में 13 जनवरी से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं।