कैसे करें महालक्ष्मी को प्रसन्न

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दीपावली लक्ष्मीजी का परम प्रिय दिवस है। अत: आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाने तथा लक्ष्मीजी के आने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यह दिन बड़ा ही विशेष माना जाता है।

दीपावली के दिन संपूर्ण घर को एक बार पुन: स्वच्छ करें। फालतू सामान बिलकुल घर में न रखें। पूजा के लिए जो भी मुहूर्त तय किया गया हो, उस समय पूजा की तैयारी करें। प्रसाद में चावल, दूध व मिठाई अवश्य हो, इसका ध्यान रखें।

सामान्य पूजा होने के बाद श्रीयंत्र (यदि हो तो) या लक्ष्मीजी का फोटो एक कटोरी या थाली (चाँदी की हो) में रखें। दूसरी कटोरी में कुमकुम (रोली) लेकर रखें। श्रीसूक्त के मंत्रों का जाप करते हुए मध्यमा, अनामिका और अँगूठे की सहायता से रोली को फोटो या यंत्र पर चढ़ाते जाएँ। श्रीसूक्त का कुल 16 आवर्तन में पाठ करें तथा रोली से अभिषेक करते जाएँ। यह पूर्ण होने के पश्चात 'ॐ श्रीं श्रीयै नम:' मंत्र का कम से कम 11 माला जाप करें। इसके पश्चात राशिनुसार इष्ट के या परिवार के कुलदेवता के मंत्र की एक माला जाप करें।

फिर विधिवत आरती करें, नैवेद्य चढ़ाएँ, माँ लक्ष्मी की प्रार्थना करें और सुहा‍गिनों को सुहाग सामग्री दान दें।

1. दीपावली के बाद आने वाले अगले सात शुक्रवार को लक्ष्मी के मंदिर में धूप, फूल व प्रसाद (लगातार) चढ़ाएँ।
2. सात शुक्रवार एक-एक सुहागिन को सुहाग चिह्न दान करें।
3. प्रति मंगलवार और शुक्रवार गुड़-चने निर्धनों में बाँटें।
4. घर के मुख्‍य दरवाजे पर प्रात: और सायं जल पखारें।
दीपावली से ही इन उपायों को प्रारंभ करें और माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करें ताकि वे आपके घर को धन-धान्य से पूर्ण करें।

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