Vijayadashmi 2023 : हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह दिन आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को दशहरा मनाया जाता है। दशहरा के पर्व को विजयादशी भी कहते हैं परंतु यह कम ही लोग जानते होंगे कि विजयादशमी और दशहरा का पर्व एक ही दिन मनाया जाता है और दोनों को मनाने का उद्येश्य भी अलग अलग है। क्या आप जानते हैं कि विजयादशी और दशहरा में क्या अंतर है?
'बुराई पर अच्छाई की जीत और असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव विजया उत्सव।'
1. क्यों कहते हैं विजयादशमी?
इस दिन माता कात्यायनी दुर्गा ने देवताओं के अनुरोध पर महिषासुर का वध किया था तब इसी दिन विजय उत्सव मनाया गया था।
इसी के कारण इसे विजयादशमी कहा जाने लगा। विजया माता का एक नाम है।
यह पर्व प्रभु श्रीराम के काल में भी मनाया जाता था और श्रीकृष्ण के काल में भी।
माता द्वारा महिषासुर का वध करने के बाद से ही असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी मनाया जाने लगा।
विजया + दशमाई जिसका अर्थ हुआ, दसवें दिन जीत।
2. क्यों कहते हैं दशहरा?
वाल्मीकि रामायण के अनुसार भगवान राम ने ऋष्यमूक पर्वत पर आश्विन प्रतिपदा से नवमी तक आदिशक्ति की उपासना की थी।
इसके बाद भगवान श्रीराम इसी दिन किष्किंधा से लंका के लिए रवाना हुए थे।
यह भी कहा जाता है कि रावण वध के कारण दशहरा मनाया जाता है। दशमी को श्रीराम ने रावण का वध किया था।
रावण का वध करने के बाद से ही यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत की खुशी में मनाया जाता है।
रावण को दशानन भी कहा जता है दशानन को हराने के कारण इस दिन का दशहारा कहा जाता है।
दशहरा, दशा + हारा या सूर्य की हार
कुछ लोगों के अनुसार दस प्रकार के पापों का हरण करने के कारण इसे दशहरा कहते हैं। गंगा दशहरा इसीलिए कहा जाता है।