NEET रिजल्ट में टॉपर्स और ग्रेस मार्क को लेकर स्कैम के आरोप
571 शहर, 4750 केंद्रों पर हुई परीक्षा, 24 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार हुए शामिल
अब एनटीए ने आरोपों का किया है खंडन, जानिए क्या कहा?
नीट रिजल्ट जारी होते ही छात्रों और एक्सपर्ट्स ने एनटीए पर सवाल खड़ किए हैं। कुछ लोगों ने इसे स्कैम कहा तो कुछ ने लापरवाही बताया है। इसे लेकर अब एनटीए (NTA) ने अपनी सफाई दी है। एनटीए ने नोटिस जारी कर कहा कि हाल ही में कट-ऑफ स्कोर में बढ़ोतरी और NEET-UG परीक्षा में टॉप स्कोर करने वालों की संख्या को लेकर लोग चिंता वयक्त कर रहे हैं। NTA ने कहा कि कटऑफ स्कोर हर साल उम्मीदवारों के ओवरऑल परफॉर्मेंस के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं।
क्यों हजम नहीं हो रहा स्टूडेंट को : दरअसल, नीट में 67 छात्रों का 720 में से 720 अंक पाना और कटऑफ का अचानक आसमान छूने वाली बात अभ्यर्थियों को हजम नहीं हो रही है। यहां तक कि एनटीए की सफाई में भी उन्हें झोल नजर आ रहा है। इसे लेकर पूरे देश में एक तरफ जहां बवाल है, वही दूसरी तरफ स्टूडेंट में रोष है। जानते हैं क्या है पूरा मामला।
ऐसे हुआ उजागर : दरअसल, कई नीट अभ्यर्थियों का आरोप है कि नीट का पेपर लीक होने की वजह से रैंक और नंबर को बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पेपर लीक होने की वजह से रैंक में इनफ्लेशन हुआ है। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी नीट स्कैम, नीट परीक्षा रद्द करो और नीट रिजल्ट फिर से जारी करो हैश टैग से लगातार कैंपेनिंग चला रहे हैं।
क्या कहना है एनटीए का : दूसरी तरफ एनटीए का कहना है कि एनसीईआरटी टेक्स्ट बुक और ग्रेस मार्क्स देने की वजह से टॉपरों की संख्या बढ़ गई है।
4 जून को क्यों जारी हुआ रिजल्ट : बता दें कि 04 जून 2024 को एनटीए ने नीट यूजी 2024 रिजल्ट जारी कर सबको चौंका दिया। नीट 2024 यूजी रिजल्ट 14 जून को जारी होने वाला था (NEET 2024 UG Result). लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक से ही रिजल्ट 04 जून की शाम को रिलीज कर दिया, जिस दिन लोकसभा के परिणाम आ रहे थे। देर रात तक नीट 2024 यूजी रिजल्ट का पीडीएफ भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया।
रिजल्ट को क्यों स्कैम मान रहे स्टूडेंट : इस साल 24,060,79 स्टूडेंट्स ने नीट यूजी परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन किया था। उनमें से 23,332,97 ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम दिया और 13,16,268 स्टूडेंट्स उसमें सफल हुए। इस साल नीट यूजी कटऑफ काफी हाई गई है। उसके बावजूद 67 स्टूडेंट्स को 99.997129 परसेंटाइल के साथ ऑल इंडिया रैंक 1 मिली है (NEET 2024 UG Topper)। सोशल मीडिया पर नीट यूजी 2024 रिजल्ट ट्रेंड कर रहा है। ज्यादातर स्टूडेंट्स नीट यूजी 2024 रिजल्ट को स्कैम मान रहे हैं। नीट यूजी 2024 परीक्षा को दोबारा आयोजित करवाने की मांग की जा रही है।
पीडीएफ देख भडके स्टूडेंट : बता दें कि नीट परीक्षार्थी NEET Result 2024 PDF एनटीए की वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET पर चेक कर सकते हैं। नीट रिजल्ट 2024 पीडीएफ जारी होने के बाद से उसकी एक फोटो एक्स पर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूजर्स ने पीडीएफ में एक ऐसी चीज देख ली, जिसके बाद नीट के रिजल्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस फोटो के वायरल होने के बाद से लोग नीट यूजी 2024 रिजल्ट में स्कैम होने की आशंका जता रहे हैं। बता दें कि नीट यूजी पेपर लीक मामला भी अभी तक गर्माया हुआ है।
क्या मैनेज हुआ एग्जाम सेंटर : एक्स पर नीट 2024 टॉपर लिस्ट की फोटो शेयर की जा रही है। इसमें सीरियल नंबर 62 से लेकर 69 तक के नीट रोल नंबर, नाम, मार्क्स और रैंक देख सकते हैं। नीट यूजी 2024 रिजल्ट के साथ गड़बड़ी होने का आरोप लग रहा है, क्योंकि यहां जो NEET Roll Number Series है, वह एक जैसी है। ये सभी रोल नंबर एक ही सेंटर या आस-पास के सेंटर से हैं। इनमें ज्यादातर स्टूडेंट्स के नाम के साथ सरनेम नहीं लगा हुआ है। 8 में से 6 स्टूडेंट्स को 720 में से 720 अंक, अन्य दो को 719, 718 अंक मिले हैं। इस खुलासे के बाद स्टूडेंट इसे लेकर शंका जता रहे हैं।
परफॉर्मेंस के आधार पर तय होती है कटऑफ : अब एनटीए ने इसे लेकर अपनी सफाई दी है। एनटीए ने नोटिस में कहा, कटऑफ स्कोर हर साल उम्मीदवार के ओवर आल परफॉर्मेंस के आधार पर तय होती है। कटऑफ में बढ़ोतरी एग्जाम के कंपटेटिव नेचर और इस साल उम्मीदवारों द्वारा हासिल किए गए हायर परफार्मेंस स्टैंडर्ड को दर्शाती है। योग्य उम्मीदवारों के कट-ऑफ और औसत नंबर (720 में से) हर साल अलग-अलग होते हैं। एनटीए ने बताया कि 2020 में जनरल कैटेगरी के लिए 147 कटऑफ गए थे, 2021 में 138, 2022 में 117, 2023 में 137 और 2024 में यही कटऑफ 164 गया है। आगे ये भी बताया कि सभी एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, जिस कारण एग्जाम की इंटेग्रेटी से कोई समझौता नहीं किया गया है।
NTA ने आरोपों का किया खंडन : एनटीए ने नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं और बढ़े हुए नंबर्स के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने हाई नंबर्स के लिए कई फैक्टर्स को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें हाल ही में एनसीईआरटी की किताबों में किए गए बदलाव और कुछ परीक्षा केंद्रों पर खोए हुए समय की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स देना भी शामिल है। एनटीए ने आगे कहा कि एग्जाम में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जो साल 2023 में 20,38,596 से बढ़कर 2024 में 23,33,297 हो गई है। इसी कारण ये कटऑफ इतने ऊपर चले गए।
कब हुई थी परीक्षा, कितने स्टूडेंट हुए शामिल : बता दें कि नीट यूजी 2024 परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे, इस परीक्षा में 24 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे। एनटीए ने 4 जून को रिजल्ट और कटऑफ, टॉपर्स के नाम जारी किए और फिर विवाद तब बढ़ गया। लाखों छात्रों ने एनटीए दोबारा परीक्षा कराने की मांग की और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। छात्रों ने नंबर्स में संभावित बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए चिंता जताई। आरोप है कि कैसे 67 उम्मीदवारों टॉप रैंक हासिल कर ली। विशेष रूप से इन टॉप स्कोररों में से 6 हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर से थे, जिससे परीक्षा प्रक्रिया के बारे में शंका को बढ़ावा मिला। Edited by Navin Rangiyal