बात पहुंची साल 2008 में, जब इन दोनों देशों के बीच एक और समझौता हुआ, जिसमें ये तय हुआ कि सूडान की जमीन पर रहने वाले इथियोपिया के लोग जहां हैं, वहीं रह सकते हैं। इसके बदले में इथियोपिया 'अल-फशका' को सुडान का हिस्सा मान लेगा। इस समझौते के दौरान इथियोपिया में TPLF नामक संगठन की सरकार थी, जिसके रहते सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन 2018 में इथियोपिया में तख्तापलट हुआ। जैसे ही देश में नई सरकार आई, अल-फशका के लोगों ने आवाज उठानी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि 2008 का समझौता हमारी इच्छा के विरुद्ध था।