आयोग ने एक बयान में कहा कि टीकरी बॉर्डर पर एक महिला के साथ यौन उत्पीड़न की खबरें राष्ट्रीय महिला आयोग के संज्ञान में आई हैं। ऐसा आरोप है कि योगेंद्र यादव और संयुक्त किसान मोर्चा के कई दूसरे प्रदर्शनकारी इस घटना के बारे में अवगत थे, लेकिन उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को इन खबरों की पृष्ठभूमि में कहा था कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर उसके यहां बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करने नीति है। मोर्चा ने यह भी कहा था कि वह इन आरोपों की जांच करेगा कि इसके कुछ नेताओं को महिला कार्यकर्ता के कथित यौन उत्पीड़न की जानकारी थी जिसकी बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में कोविड-19 के कारण मौत हो गई।