मध्यप्रदेश भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि किसान अब अनिश्चितकाल तक धरना देंगे। वह कहते हैं कि अगर मोदी सरकार कृषि कानूनों का वापस नहीं लेती है तो दिल्ली की तरह किसान राजधानी भोपाल का भी घेराव भी करेंगे। वेबदुनिया से बातचीत में अनिल सिंह कहते हैं कि मध्यप्रदेश का किसान एकजुट होकर पूरी तरह काले कृषि कानूनों का विरोध करते हैं। वह सरकार को चेतावनी देते हुए कहते हैं कि अगर सरकार समय रहते नहीं जागी तो मंदसौर जैसे हालात फिर एक बार बन जाएंगे। आज भाजपा सरकार जबरन किसानों पर काले कानूनों को थोप रही है।
भारत बंद को सफल बनाने की रणनीति- किसान संगठनों के मंगलवार को बुलाए गए भारत बंद को सफल बनाने के लिए मध्यप्रदेश में भी किसान संगठनों ने तैयारियां तेज कर दी है। किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. सुनीलम कहते हैं कि पूरे मध्यप्रदेश में बंद को सफल बनाने के लिए व्यापक रूप से सभी साथी किसान व्यापारी,ट्रांसपोर्ट,नागरिक,वकील एवं जनसंगठनों से बात कर शहर और गांव बन्द कराने की अपील कर रहे है। भारत बंद के दौरान प्रदेश के हर जिले में रैली, धरना, किसान पंचायत का आयोजन किया जाएगा। डॉ. सुनीलम कहते हैं कि देश में लगातार किसानों के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और भारत बंद को लेकर अभूतपूर्व उत्साह है।