गाज़ियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 6 फरवरी को चक्काजाम नहीं होगा। यहां पर केवल बीकेयू के कार्यकर्ता और किसान प्रशासन को कृषि कानून के विरोध में ज्ञापन देंगे।
वहीं आज भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ग़ाज़ीपुर बार्डर पहुंचे और उन्होंने राकेश टिकैत से मुलाक़ात की। राजेवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में गन्ने की कटाई चल रही है, जिसके चलते यहां के किसानों को 6 फरवरी को होने वाले चक्काजाम से दूर रखा गया है। हालांकि अन्य प्रदेशों में चक्काजाम होगा।
राकेश टिकैत के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों को सिर्फ ज्ञापन देने के लिए कहा गया है, क्योंकि उनकी जरूरत कभी भी किसान आंदोलन में पड़ सकती है और उन्हें तुरंत बार्डर पर आना होगा। इसलिए इन दोनों राज्यों के किसानों को ट्रैक्टर में तेल-पानी डालकर तैयार रहने के लिए कहा गया है।
इन किसानों को कभी भी बॉर्डर पर बुलाया जा सकता है। सरकार से वार्ता के जवाब में टिकैत ने कहा, सरकार से तो हम बात करना चाह रहे हैं, लेकिन सरकार कहीं मिल नहीं रही, अगर आपको मिले तो हमारी बात करवाइए।
टिकैत से पूछा गया कि सरकार से आपकी वार्ता चल रही है, क्या इसलिए इन दोनों स्टेट में चक्काजाम नहीं हो रहा? इस पर टिकैत ने चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार है कहां, हमें कहीं दिखाई नहीं दे रही है, यदि आपको मिले तो हमसे बात करवा देना।
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हिंसा के डर से चक्काजाम नहीं होगा? टिकैत बोले, हम कोई हिंसा भड़काने वाले नहीं हैं, यहां के किसानों को स्टैंड बॉय पर रखा गया है, हमें डर किस बात का है, हमने जींद (हरियाणा) उत्तर प्रदेश में कई जगह शांतिपूर्ण तरीके से महापंचायत की है और कल भी शांतिपूर्ण तरीके से चक्काजाम होगा।
दिल्ली को चक्काजाम से दूर क्यों रखा गया है? इस प्रश्न के जवाब में टिकैत बोले, दिल्ली में चक्काजाम नहीं होता है। इसलिए 6 फरवरी को भी दिल्ली में चक्काजाम नहीं होगा।