वैसे तो हम भारतीय किसी भी धार्मिक व पूजा-पाठ जैसे अवसरों पर अधिकांश बार लहरिया साड़ी, लहंगा, कुर्ता आदि पहनते हैं, लेकिन अगर आपने सावन के इस महीने और खासतौर से तीज के त्योहार पर इस पैटर्न के इंडियन वेयर व पोशाक नहीं पहनी तो आपका फैशन अधूरा है। जी हां, इस बार फिर फेस्टिव सीजन में लहरिया पैटर्न ट्रेंड में है।
यह पैटर्न राजस्थान की पहली पसंद है। इस लहरिये में महिलाओं की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। ज्यादातर महिलाएं इसमें लाल, पीले रंग की साड़ी खरीदती है। वैसे तो कई बार इसमें और भी कलर के मेल देखने को मिलते हैं।
5 मोथड़ा वर्क और लहरिया :
बदलते ट्रेंड्स के साथ लहरिया सिर्फ स्ट्राइप्स व लाइनों वाला पैटर्न ही नहीं रह गया हैं। अब 'मोथरा' जैसी नई तकनीक से लहरिया में चेकर्ड पैटर्न भी बनाए जा रहे है।